Indore News: इंदौर के विवादित खनिज अधिकारी संजय लुणावत को फिर इंदौर से बाहर भेज दिया गया है। अब उनका ट्रांसफर मुरैना संभाग के श्योपुर जिले में कर दिया गया है। उनके तबादले का आदेश गुरुवार, 19 दिसंबर को खनिज साधन विभाग ने जारी किया।
यहां बता दें, खनिज अधिकारी संजय लुणावत के रतलाम पोस्टिंग के दौरान एक महिला ने उन पर गंभीर आरोप लगाए थे। जिसके बाद उन पर केस हुआ और 19 मई 2022 को केस दर्ज हुआ था। तत्काल निलंबित हुए। फिलहाल, मामला हाईकोर्ट की इंदौर ब्रेंच में चल रहा है।
जानें, खनिज अधिकारी संजय लुणावत की इनसाइड स्टोरी
छेड़छाड़ के बाद रतलाम में केस
दो साल पहले रतलाम में पोस्टिंग के दौरान संजय लुणावत ने एक मामले में महिला से 25 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। जब महिला रुपए लेकर गई तो अधिकारी ने कहा था, मेरे साथ दो दिन बिताओ तो रिश्वत नहीं देनी पड़ेगी। इस मामले में रतलाम पुलिस ने आरोपी संजय लुणावत के खिलाफ 19 मई 2022 को केस दर्ज किया था। हालांकि, यह छेड़छाड़ की घटना की शिकायत 30 मार्च 2022 को की गई थी।
लुणावत ने यह कहा था महिला से…
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना 30 मार्च 2022 को रतलाम हुई थी। तत्कालीन सहायक खनिज अधिकारी लुणावत ने खनिज विभाग से जुड़े उसके काम को पूरा करने के लिए रिश्वत की मांग की थी। तय दिन पर महिला रतलाम के एक मंदिर के पास 25 हजार रुपए रिश्वत लेकर पहुंची। साथ में उसका पति और बच्चे भी थे। आरोपी अधिकारी वहां पहुंचा और महिला के पति को पानी की बोतल लेने भेज दिया। फिर उसने महिला से कहा कि दो दिन उसके साथ बिताए तो रिश्वत नहीं देनी पड़ेगी।
महिला ने रोते हुए पति को बताई थी अधिकारी की हरकत
जब महिला का पति वापस आया तो उसने महिला को रोते देखा। तब उसने अधिकारी की हरकत पति को बता दी। अधिकारी की बेशर्मी देखिए-पति के सामने भी आरोपी ने महिला का हाथ पकड़ा और पीठ थपथपाकर कहा, ‘पत्नी को मेरे पास छोड़कर चले जाओ, आगे से पैसे की जरूरत नहीं पड़ेगी। केवल दो दिन की बात है। यह सुनते ही दंपति दंग रह गए और वहां से चले गए थे।’
19 मई 2022 में हुआ था केस दर्ज
पीड़िता महिला ने पुलिस थाने में आरोपी अधिकारी के खिलाफ 7 अप्रैल 2022 को बयान दर्ज कराए थे। मामले की जांच के बाद पुलिस ने 19 मई 2022 को लुणावत के खिलाफ छेड़छाड़ समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया था। इस दौरान महिला ने अपनी और अपने परिवार की जान को अधिकारी से खतरा होने की बात भी कही थी। साथ ही आगे भी जोर जबर्दस्ती होने की बात भी अपनी शिकायत में लिखाई थी।
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एक दिन की जेल, सस्पेंड और फिर इंदौर पोस्टिंग
इस मामले में रतलाम महिला पुलिस ने जांच की और फिर लुणावत के खिलाफ केस दर्ज किया गया। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर उसे 18 अक्टूबर 2022 को जेल भेज दिया गया था। हालांकि, एक दिन बाद ही जमानत हो गई थी। इस दौरान लुणावत सस्पेंड किर दिए गए और ग्वालियर अटैच कर दिया गया। वहीं मार्च 2024 को समिति ने उनकी बहाली को मंजूरी दे दी। बहाली के साथ ही उनकी पोस्टिंग इंदौर में कर दी गई।
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