India 5G Agriculture हमारे भारत का सबसे पुराना व्यवसाय एक बार फिर 5जी की स्पीड से उड़ान भरने के लिए तैयार हो रहा है। India 5G Agriculture ऐसा इसीलिए, क्योंकि भारत में तेजी से हो रही 5जी नेटवर्क के विस्तार से इसे नई उर्जा मिलेगी। हम बात कर रहे हैं भारतीय कृषि की। यहां कृषि सिंधु घाटी सभ्यता के समय से ही की जा रही है। जो हरित क्रांति से होते हुए आधुनिकीकरण तक पहुंच चुकी है।
India 5G Agriculture भारत को कृषि प्रधान देश कहा जाता है, लेकिन इन दिनों यहां खेती की स्थित कुछ ठीक नहीं है। किसान लगातर प्रकृति की मार झेल रहे हैं। वहीं बढ़ती मजदूरी की कीमतें भी उन्हें परेशान कर रही हैं। किसान अपनी ही जमीन पर मजदूर बनता जा रहा है। India 5G Agriculture लेकिन, अब एक बार फिर भविष्य के लिए भारतीय सरकार द्वारा बनाई गई नीतियों और खेती के आधुनिकीकरण की ओर बढ़ते कदमों ने भारतीय कृषि के लिए नई उम्मीद की किरण जगाई है।
India 5G Agriculture दरअसल, भारत में 5जी की लॉन्चिंग शहरों में लगातार जारी है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस तकनीक का किसानों के लिए बड़ा लाभ मिलने वाला है। ऐसा इसीलिए क्योंकि जिस तरह से सरकार ने खेती में नई तकनीकों का इस्तेमाल करने की योजना बनाई है वह भविष्य में काफी कारगर साबित हो सकती है। इसमें सबसे पहले स्थान पर खेती में ड्रोन का प्रयोग किए जाना है।
India 5G Agriculture वैसे तो ऐसी कई आधुनिक मशीने हैं, जिनकी मदद से खेती को बढ़वा देने की कोशिश की जा रही है, लेकिन डिजिटल इंडिया की तरफ बढ़ते हुए 5जी लॉन्चिंग और ड्रोन किसानों के लिए काफी मददगार साबित होने वाला है। India 5G Agriculture जहां 5जी स्पीड और नेटवर्क सुविधा बढ़ाए जाने से देश का प्रत्येक किसान सरकार की योजनाओं को का लाभ ऑनलाइन ले सकता है, तो वहीं मौसम की सटीक जानकारी के साथ ही फसलों के संबंध में कई तरह की महत्वपूर्ण जानकारियां भी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
India 5G Agriculture ठीक इसी तरह ड्रोन की मदद से खेतों में कीटनाशक छिड़काव के साथ ही फसलों की निगरानी करने का काम भी आसानी से किया जा सकेगा। यह उम्मीद जाताई जा रही है कि आने वाले समय में 5जी और नेटवर्क की कनेक्टिविटी से किसानों के लिए अपनी फसलों का दाम तय करने में आसानी होगी, India 5G Agriculture जिससे उन्हें स्थानीय मंडियों में व्यापारियों के के कुछ कथित ग्रुपों से छुटकारा मिल सकेगा। मतलब भविष्य में भारत के किसानों की पहुंच देश के प्रत्येक बाजार और कंपनियों तक होने वाली है, ऐसा हम मान सकते हैं।