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कितने स्वस्थ हैं हम और आप : सेहत के पैरामीटर पर पिछड़े भारतीय, जानें सबसे स्वस्थ देशों की सूची में कहां है भारत

Global Health Index 2024: कितने स्वस्थ हैं हम और आप : सेहत के पैरामीटर पर पिछड़े भारतीय, जानें सबसे स्वस्थ देशों की सूची में कहां है भारत

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Manya Jain
Global Health Index 2024

Global Health Index 2024

Global Health Index 2024: आजकल की लाइफस्टाइल में स्वस्थ रहना एक मुश्किल काम हो गया है। रोजाना ज़िन्दगी में हम क्या खाते हैं कैसी एक्टिविटी करते हैं इस पर हमारा स्वास्थ निर्भर रहता है।

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इसके साथ ही ऐसी कई चीजें हैं जो हमारे निजी जीवन के स्वास्थ को दर्शाती है। इसके अलावा किसी भी देश का स्वस्थ कई तरह के फैक्टर पर आधारित होता है। जिसमें स्वास्थ सिस्टम की क्वालिटी से लेकर लाइफस्टाइल और खानपान शामिल होता है।

किसी भी देश के स्वास्थ को मापना बहुत ही ज्यादा मुश्किल है। लेकिन आबादी के स्वास्थ को मापने के लिए मीट्रिक का इस्तेमाल किया जाता है। इसके साथ ही मापने के लिए बाल मृत्यु दर, भोजन और स्वछता भी शामिल होती है।

ये सभी चीजें बताते हैं कि देश का स्वास्थ में योगदान है। इस स्वास्थ इंडेक्स में भारत पिछड़ा हुआ है। इस लिस्ट में भारत 23 वे नंबर पर है।

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टॉप 10 स्वस्थ देशों की लिस्ट

यह ग्राफिक 2024 में रे डेलियो के ग्रेट पॉवर्स इंडेक्स के विश्लेषण के आधार पर दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे स्वस्थ देशों को दर्शाता है। इसमें 2024 में 24 अग्रणी देशों के स्वास्थ्य को रैंक किया गया है। इन आंकड़ों को जेड-स्कोर के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जहाँ संख्या यह दर्शाती है कि कोई देश औसत से कितने मानक विचलन ऊपर या नीचे है।

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स्वास्थ देश मापने के पैरामीटर

किसी भी देश के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक शर्तें होती हैं जो देश की सेहत, लोगों की उम्र, और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को बताती हैं।

जीवन की अवधि: यह कहानी है कि एक व्यक्ति अपने जीवन में कितने वर्ष तक जीवित रह सकता है। यह एक देश की सामान्य स्वास्थ्य और स्वास्थ्य सेवाएँ बताता है।

शिशु मृत्यु दर: यह संख्या बताती है कि एक वर्ष में जन्म लेने वाले प्रत्येक बच्चे की कार्य आयु 1000 होती है। यह स्वास्थ्य एवं पोषण की स्थिति का विवरण है।

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मातृ मृत्युदर: यह संख्या बताती है कि हर 100,000 डिलिवरी पर कितनी महिलाएं जान गवा हैं। यह महिलाओं की जेलटकारे और प्रशिक्षण स्टाफ की कहानियों के बारे में बताता है।

पोषण और कुपोषण: किसी देश में पोषण और पोषण की स्थिति भी एक महत्वपूर्ण पैरामीटर है, जो लोगों की सेहत और शक्ति को प्रभावित करता है।

स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता: ये देखा जाता है कि देश में अस्पताल, डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की उपलब्धता कितनी है। इसके अलावा, स्वास्थ्य बीमा और स्वास्थ्य सेवाएं तक पहुंच भी महत्‍वपूर्ण होती है।

किन बीमारियों से जूझ रहे हैं भारतीय और क्यों ?

भारत में कई स्वास्थ्य समस्याएं हैं, जिनमें संक्रामक और गैर-संक्रामक दोनों प्रकार की बीमारियाँ शामिल हैं। मधुमेह, हृदय रोग और श्वसन संबंधी समस्याएं जैसी पुरानी बीमारियाँ प्रमुख हैं, वहीं तपेदिक, मलेरिया और डेंगू जैसी संक्रामक बीमारियाँ भी चुनौतियाँ उत्पन्न करती हैं।

बच्चों में कुपोषण भी एक गंभीर समस्या है, जो उनके समग्र स्वास्थ्य और विकास को प्रभावित करता है। इन समस्याओं के कई कारण हैं जैसे शहरी क्षेत्रों में जनसंख्या का उच्च घनत्व, आर्थिक असमानताएँ, ग्रामीण क्षेत्रों में सीमित स्वास्थ्य सेवाएँ, स्वच्छता की कमी और जीवनशैली संबंधी कारक।

इन सभी कारकों का प्रभाव भारत के स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे पर पड़ता है और समग्र जनस्वास्थ्य के लिए चुनौती बनता है।

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