नई दिल्ली: कोरोना काल (corona) के दौरान यात्रियों की समस्याओं को देखते हुए भारतीय रेलवे (Indian railway) ने यात्री ट्रेनों की शुरुआत कर दी है। ट्रेनों के संचालन के बाद अब भारतीय रेलवे ने ट्रेनों की टाइमिंग में सुधार के लिए जीरो बेस टाइम टेबल (Zero-Based Time Table) शुरु करने जा रहा है। इसके कारण 600 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन बंद हो सकता है।
600 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को बंद करने की तैयारी
दरअसल कोरोना संकट के बीच अब लोग सामान्य जीवन की ओर लौट रहे हैं। जिसे देखते हुए अब ट्रेनों के संचालन की भी संख्या धीरे-धीरे बढ़ाई जा रही है। इसके मद्देनजर अब भारतीय रेलवे ने ट्रेनों की टाइमिंग में सुधार करने का फैसला लिया है। जिसके तहत 600 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन बंद हो सकता है। इसी के साथ 10,200 स्टेशन या हॉल्ट पर ट्रेनों का ठहराव भी खत्म हो जाएंगे।
120 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को सुपर फास्ट ट्रेनों में किया जाएगा अपग्रेड
जानकारी के मुताबिक 120 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को सुपर फास्ट ट्रेनों में अपग्रेड किया जाएगा। रेल मंत्रालय इस योजना को अंतिम रूप देने की तैयारी में जुटा हुआ है। रेलवे बोर्ड के सीईओ और चेयरमैन ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि जब भारतीय रेलवे ट्रेनों का सामान्य परिचालन शुरु करेगा तो नई व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी। हालांकि इससे पहले भी रेलवे द्वारा बताया गया था कि नई प्रणाली के अनुसार यात्री ट्रेनों की संख्या और ठहराव में कमी आएगी। इससे साफ जाहिर है कि सभी यात्री ट्रेनों की समय सारणी और फ्रीक्वेंसी में बदलाव होगा।
10 फीसदी तक बढ़ाया जा सकता है यात्री गाड़ियों की स्पीड
नए टाइमटेबल को तैयार करते समय इस बात का ध्यान दिया जा रहा है कि मालगाडियों की संख्या बढ़ाई जा सके। इसी के साथ रेलवे यह भी प्रयास कर रहा है कि यात्री गाड़ियों की स्पीड को भी 10 फीसदी तक बढ़ाया जा सके।
रेलवे के इस नए पहल से देश के सबसे बड़ी ट्रांसपोर्ट सर्विस को वित्तीय रूप से लाभ मिल सकेगा। रेलवे अपने रेवेन्यू को बढ़ाने के लिए लगातार कोशिशों में जुटा हुआ है। बताया जा रहा है कि जीरो-बेस्ड टाइमटेबल में इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि, ट्रेनों की स्टॉपेज देर रात जैसे असुविधाजनक समय पर न हो। इससे पैसेंजर्स को परेशानी होती है।