नई दिल्ली: भारतीय रेल, रेलवे नेटवर्क को अपग्रेड करने पर विचार कर रही है। भारतीय रेलवे ( Indian railway ) स्वर्णिम चतुर्भुज योजना के तहत लंबी दूरी की मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों से स्लीपर कोच ( Sleeper coach ) को पूरी तरह खत्म कर दिए जाएगा। यानी इन ट्रेनों में सफर करने के लिए सिर्फ AC बोगियां ही रहेंगी। रेलवे के नए प्लान के मुताबिक, इस तरह की मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों की रफ्तार 130 से 160 किमी प्रति घंटा होंगी।
इन ट्रोनों के लिए 83 बर्थ वाले एसी कोच किए जा रहे तैयार
दरअसल, मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें के 130 किमी प्रति घंटे या उससे ज्यादा की रफ्तार से चलने पर नॉन-एसी कोच ( Non Ac coach ) तकनीकी समस्याएं पैदा करते हैं। इसलिए इस तरह की सभी ट्रेनों से स्लीपर कोच को खत्म कर दिया जाएगा। लंबी दूरी की मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में फिलहाल 83 बर्थ वाले एसी कोच डिजाइन किया जा रहा है।
इस साल 100 कोच बनाने की योजना
इस साल इस तरह के 100 कोच बनाने की योजना है और अगले वर्ष 200 कोच बनाए जाएंगे। यानी कि आने वाले समय में यात्रा और ज्यादा आरामदायक और कम समय लेने वाली होगी। अच्छी बात यह है कि इसके बदले में किराया भी सामान्य एसी कोच के मुकाबले कम ही रखा जाएगा।
17 अक्टूबर से देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस भी होगी शुरू
तेजस एक्सप्रेस ट्रेन एक बार फिर पटरियों पर दौड़ने वाली है। बता दें कि प्राइवेट ट्रेन (Private Train) के रुप में परिचालन शुरू करने वाली तेजस एक्सप्रेस (Tejas Express) 17 अक्टूबर से एक बार फिर से चलने वाली है। इस समय नई दिल्ली से लखनऊ और अहमदाबाद से मुंबई के बीच तेजस एक्सप्रेस चलती है और अब बताई गई तारीख से दोनों ट्रेनें चलने लगेंगी। ट्रेनों को चलाने के लिए कंपनी ने पूरी तैयारी शुरू कर दी है।