भोपाल: रेलवे बोर्ड ने ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के लिए नया आदेश जारी किया है। जिसके मुताबिक अब भोपाल एक्सप्रेस और भोपाल-प्रतापगढ़ एक्सप्रेस के यात्री रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक मोबाइल और लैपटॉप चार्ज नहीं कर पाएंगे। बोर्ड के आदेशानुसार भोपाल रेल मंडल ने मंडल की सभी ट्रेनों में चार्जिंग सुविधा बंद कर दी है। हालांकि यह आदेश करीब 5 साल पहले का आदेश है, लेकिन इसे अब इंप्लिमेंट किया जा रहा है।
लेकिन दूसरी तरफ ये भी देखने को मिल रहा है कि भोपाल एक्सप्रेस के नए रैक में चार्जिंग पिन बंद होने के सूचनात्मक स्टिकर नहीं लगाए गए हैं। जिसके कारण यात्रियों को परेशानियां हो रही हैं।
ट्रेनों में बढ़ रही चोरी की वारदातों के कारण लिया फैसला
दरअसल, जांच के दारान पाया गया कि ज्यादातर ट्रेनों में चोरियां रात के समय होती हैं जब यात्री सो जाते हैं। लेकिन ट्रेन में यात्री या तो लैपटॉप मोबाइल चार्जिंग में लगातर सो जाते हैं या फिर उन्हें भूल जाते हैं। इसी बात का फायदा चोर उठाते हैं। यही कारण है कि रेलवे ने सेफ्टी को देखते हुए चार्जिंग की सप्लाई बंद कर दी।
सेफ्टी एक्सपर्ट ने एसी कोच में विशेष सावधानी बरतने की दी सलाह
सेफ्टी एक्सपर्ट ने खासकर एसी कोच में विशेष सावधानी बरतने को कहा है। गर्मी में तापमान बढ़ने के कारण शॉर्ट-सर्किट की संभावना ज्यादा होती है और जरा सी गलती बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है।
स्टिकर से सूचित करना चाहिए था
भोपाल एक्सप्रेस में सफर करने वाले यात्रियों का कहना है कि अगर रेलवे ने इस तरह का परिवर्तन किया है तो उन्हें कम से कम प्लग के पास स्टीकर लगाना चाहिए था। जिससे की हम पहले ही फोन आदि को चार्ज कर सकें। इसके अलावा एक अन्य यात्री ने रेलवे को अपनी जिम्मेदारी से भागना कहा- यात्री का कहना है कि ट्रेन में रेलवे का स्टाफ होता है। इस बीच अगर फोन आदि चोरी हो जाते हैं तो यह रेलवे की जिम्मेदारी है। रेलवे इस तरह से पावर सप्लाई बंद करके अपनी जिम्मेदारी से भाग रहा है।