Indian Girl Creates AI-based App: आजकल के बच्चे डिजिटल हो गए है जहां पर अगर बात की जाए तो, हाल ही मे सोशल नेटवर्किंग साइट्स लिंक्डइन पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वे 11 साल की लीना रफीक ने ऐसी वेबसाइट तैयार की है जो आंखों पर स्कैन के जरिए बीमारी का पता बतला सकती है।
जानिए क्या किया लीना ने अविष्कार
आपको बताते चलें कि, लीना रफीक एक सेल्फ-टॉट कोडर है जिसने ‘लहनास’ नाम से एक वेबसाइट तैयार की, जो बच्चों को जानवरों, रंगों और शब्दों के बारे में जानने में मदद करती है। जिसमें ‘ओग्लर आईस्कैन’ नामक एआई-आधारित ऐप भी बनाया है जो एक आईफोन का उपयोग करके एक अनूठी स्कैनिंग प्रक्रिया के माध्यम से आंखों की बीमारियों और स्थितियों का पता लगा सकता है। यहां पर एप की बात की जाए तो इसके जरिए लीना ने पता लगाया है कि, आर्कस, मेलेनोमा, टेरिगियम और मोतियाबिंद सहित संभावित नेत्र रोगों या स्थितियों का निदान करने के लिए प्रशिक्षित मॉडल का उपयोग किया और यह ऐप कैसे काम करता है, इसकी विस्तृत व्याख्या शेयर की. एक लिंक्डइन पोस्ट में, 11 वर्षीय ने अपने ऐप के विकास के पीछे की कहानी शेयर करते हुए बताया कि उसने 10 साल की उम्र में इस पर काम करना शुरू कर दिया था। इस ऐप की जानकारी का वीडियो वायरल हुआ है।
https://twitter.com/i/status/1639369956977434624
हाना की बड़ी बहन है लीना
आपको बता दें कि, लीना की छोटी बहन हाना भी धूम मचा चुकी है जहां पर सबसे कम उम्र की आईओएस ऐप डेवलपर बनने के लिए सुर्खियां बटोरीं थी और यहां तक कि ऐप्पल के सीईओ टिम कुक से भी पहचान हासिल की। लीना के वीडियो को देखकर यूजर्स के जमकर कमेंट सामने आ रहे है। एक यूजर ने लीना को बधाई देते हुए कहा, “एआई मोबाइल ऐप बनाने की आपकी उपलब्धि के बारे में सुनना प्रभावशाली है जो संभावित नेत्र रोगों और स्थितियों का निदान कर सकता है.” एक अन्य यूजर ने लिखा, “लीना, आप बहुत बधाई की पात्र हैं. 10 साल की उम्र में इतना कमाल का काम. कुछ ने उसके आवेदन की सटीकता दर के संबंध में प्रश्न भी पूछे.”