नई दिल्ली। देश में डिजिटल सेवाओं की बढ़ती मांग और ऑनलाइन उपयोग को समर्थन देने के लिए डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में 2025 तक 23 अरब अमेरिकी डॉलर तक के निवेश की जरूरत है।
क्या कहती है रिपोर्ट
डिजिटल अवसंरचना प्रदाता संघ (डीआईपीए) के सहयोग से हाल में जारी अर्नेस्ट एंड यंग (ईवाई) की एक संयुक्त रिपोर्ट में कहा गया है कि लोगों को ऑनलाइन जोड़ने के लिए 2025 तक भौतिक डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर में महत्वपूर्ण निवेश जरूरी है।
डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर की जरूरत
ईवाई के लीडर प्रशांत सिंघल ने कहा, ‘‘स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी, शिक्षा प्रौद्योगिकी, उपभोक्ता प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में भारत अग्रणी है। हमारा ई-कॉमर्स बाजार 200 अरब डॉलर का होगा, और शिक्षा प्रौद्योगिकी बाजार 12 अरब डॉलर का हो जाएगा।’’ उन्होंने आगे कहा कि भारत डिजिटल नवाचार कर रहा है और इस क्रांति के लिए डिजिटल अवसंरचना की जरूरत है। टॉवर कंपनियां खुद को डिजिटल अवसंरचना कंपनियों में बदल रही हैं। इसके लिए अगले 3-5 वर्ष में 23 अरब अमेरिकी डॉलर तक के निवेश की आवश्यकता होगी।