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World Heritage Committee 2024: 21 जुलाई से 31 जुलाई तक आयोजित होने वाला यूनेस्को के प्रमुख आयोजन का भारत पहली बार मेजबानी करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजधानी दिल्ली में वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी (World Heritage Committee) के 46वें संस्करण का उद्घाटन करेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से एक बयान जारी किया गया है, जिसमें यह जानकारी दी गई है कि तमिलनाडु के मंडपम में आयोजित होने वाले विश्व धरोहर समिति के 46वें सत्र में UNESCO की महानिदेश ऑड्रे अजोले भी शामिल होंगी।
पहली बार भारत को मिली मेजबानी
भारत के लिए आज का दिन काफी खास रहने वाला है। दरअसल, विश्व धरोहर समिति की बैठक की मेजबानी पहली बार भारत कर रहा है। भारत राजधानी दिल्ली में विश्व धरोहर समिति की बैठक की मेजबानी करता नजर आएगा। साथ ही सत्र में मौजूद लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बैठक में 150 से अधिक देशों के करीब 2000 प्रतिनिधि शामिल होंगे।
https://twitter.com/narendramodi/status/1814691770405458346
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसको लेकर सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर लिखा कि विश्व धरोहर समिति के 46वें सत्र का यह आजोन विरासत को संरक्षित करने के तरीकों पर विचारों के आदान-प्रधान के लिए काफी महत्वपूर्ण मंच है।पीएम मोदी ने यह भी कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि भारत नई दिल्ली में वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी समिति की मेजबानी कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि मैं कल शाम 7 बजे इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए काफी उत्सुक हूं। यह हमारी विरासत को संरक्षित करने के तरीकों पर विचारों का आदान-प्रदान करने का एक काफी महत्वपूर्ण मंच है।
वहीं, दूसरी ओर प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से एक बयान जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि 11 दिन के इस में यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी की लिस्ट में नए स्थानों का नामांकन का प्रस्ताव पेश किया जाएगा। साथ ही मौजूदा 124 विश्व धरोहर संपत्तियों की संरक्षण रिपोर्ट की स्थिति, इंटरनेशनल मदद और विश्व धरोहर निधि के उपयोग पर चर्चा की जाएगी।
वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी की बैठक क्यों है खास
इसको लेकर संस्कृति मंत्रालय द्वारा एक जानकारी साझा की गई है, जिसके अनुसार, विश्व धरोहर समिति के 46वें संस्करण में विश्व से प्राप्त 27 नए स्थलों के नामांकनों की जांच की जाएगी। इसमें से 19 सांस्कृतिक स्थल, चार प्राकृतिक स्थल और दो मिश्रित स्थल शामिल हैं। सत्र में भारत की तरफ से साल 2023-24 के लिए सांस्कृतिक संपत्ति श्रेणी में भारत की तरफ से नामांकित किए गए असम के 'मोइदम्स' से संबंधित आवेदन की पड़ताल की जाएगी।
शुक्रवार 19 जुलाई को मीडिया से बात करते हुए भारतीय पुरात्व सर्वेक्षण के अतिरिक्त महानिदेशक जान्हवीज शर्मा कहा कि इंटरनेशनल स्मारक और स्थल परिषद ने मोइदम्स के अंकन के लिए अनुकूल अनुशंसा की है, जिसका अर्थ है कि यह सभी मापदंडों पर पूरी तरह से खरा उतरता है।
पर्यटन मंत्रालय करेगा प्रदर्शनियों का आयोजन
भारत के मंडपम में आयोजिन होने वाले अन्य कार्यक्रमों में स्वदेशी शिल्प उत्पादों की खरीदारी के अनुभव के अलावा भ्रमण और पर्टयन की योजना बनाई गई है। खास बात यह है कि इन कार्यक्रमों में भारत की डिजिटल विशेषज्ञता को प्रदर्शित करने की योजना भी बनाई गई है।
अधिकारियों ने बताया कि पर्यटन मंत्रालय ने प्रदर्शनियों का आयोजन भी किया गया है। भारत की संस्कृति और परंपरओं को प्रदर्शित करने के लिए हछकरघा और हस्तशिल्प जैसी विभिन्न प्रदर्शवियां भी लगाई जाएंगी।
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