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India reply in UN: UN में भारत की दो टूक, 'किसी दूसरे देश की दखल अंदाजी बर्दाश्त नहीं', भारत ने UN में PAK-तुर्की को जमकर लगाई फटकार

India reply in UN: भारतीय सचिव ने कश्मीर के विषय पर पाकिस्तान और तुर्किये को संयुक्त राष्ट्र के मंच पर जोरदार फटकारा है।

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Kalpana Madhu
India reply in UN: UN में भारत की दो टूक, 'किसी दूसरे देश की दखल अंदाजी बर्दाश्त नहीं', भारत ने UN में PAK-तुर्की को जमकर लगाई फटकार

हाइलाइट्स 

  • भारत ने UN में PAK-तुर्की को जमकर लताड़ा
  • आतंक के खून में रंगा है पाकिस्तान: UN में भारत
  • 'UN का इस्तेमाल भारत के खिलाफ झूठ फैलाने के लिए किया गया'
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India reply in UN: भारतीय सचिव ने कश्मीर के विषय पर पाकिस्तान और तुर्की को संयुक्त राष्ट्र के मंच पर जोरदार फटकारा है। तुर्की और पाकिस्तान के हालिया बयान का जवाब देते हुए भारत ने कहा कि यह भारत का अंदरूनी मामला है और इसमें किसी भी देश को दखल अंदाजी नहीं करनी चाहिए। इसके साथ ही भारत ने उम्मीद जताई की तुर्की दूसरी बार ऐसा नहीं करेगा।

वहीं, अंतरराष्ट्रीय मंच के दुरुपयोग के लिए भारत की तरफ से पाकिस्तान के रवैये पर निराशा जाहिर की गई।  बता दें कि, पाकिस्तान इससे पहले भी अलग-अलग विषयों पर कश्मीर के मुद्दे को उठाया है, लेकिन इस बार तुर्की ने भी पाकिस्तान का साथ दिया था।

   भारत ने तुर्की को चेताया

भारत ने सभी आरोपों का संयुक्त राष्ट्र के मंच पर मुंहतोड़ जबाव दिया है । इसके साथ ही भारत की प्रतिनिधि अनुपमा सिंह ने कहा "जिस देश में संस्थाएं अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न करती हो, और जिसका मानवाधिकार रिकॉर्ड ही खराब है, उसे भारत के खिलाफ बयान देने का अधिकार नहीं है।

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हम तुर्की की ओर से भारत के आंतरिक मुद्दों पर दिए बयान की कड़ी निंदा करते हैं और यह भी उम्मीद जताई है कि भविष्य में तुर्किए देश इस तरह की टिप्पणी करने से बचेगा।"

   बताया 'जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग'

भारतीय सचिव (India reply in UN) ने कहा कि  भारत पर पाकिस्तान की तरफ से लगाए गए आरोपों को लेकर हम कहना चाहेंगे कि एक बार फिर से भारत पर बेबुनियाद आरोप लगाने के लिए काउंसिल के मंच का दुरुपयोग बेहद हीं दुर्भाग्यपूर्ण है।

पूरा जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य अंग है। और जम्मू-कश्मीर में सामाजिक-आर्थिक विकास और सुशासन सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए गए संवैधानिक उपाय भारत के आंतरिक मामले हैं।"

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   जानिए क्या है पूरा मामला

आपको बता दें कि UN की जनरल असेंबली में तुर्की ने यह कहा था कि दक्षिण एशिया में शांति, स्थिरता और विकास के लिए कश्मीर में न्याय के साथ शांति स्थापित होना बेहद जरूरी है। यह सब भारत-पाकिस्तान के बातचीत और सहयोग के जरिए संभव हो सकता है ।

   पाकिस्तान को भी फटकार

भारत ने पाकिस्तान को लताड़ लगाते हुए कहा कि जो देश अपने ही देश के अल्पसंख्यकों के खिलाफ क्रूर व्यवहार करता हो, वह भारत के खिलाफ क्या आरोप लगाएगा।  UN के मंच पर भारत ने पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए कहा कि जो देश आतंक और आतंकी को पनाह देता हो, जिसका मानवाधिकार रिकॉर्ड वास्तव में बेहद खराब हो, भारत के खिलाफ उसकी टिप्पणी न केवल विडंबनापूर्ण है बल्कि विकृत भी है।

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