India Removed Executive Director Of IMF Board: केंद्र सरकार ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) में भारत के कार्यकारी निदेशक (एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर) डॉ. कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन (Dr. Krishnamurthy Subramanian) की सेवाएं तुरंत प्रभाव से समाप्त कर दी हैं। कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एपॉइंटमेंट कमेटी) ने 30 अप्रैल 2025 से उनके कार्यकाल को समाप्त करने का निर्णय लिया, हालांकि इसके पीछे के कारणों को सार्वजनिक नहीं किया गया है। डॉ. सुब्रमण्यन का तीन साल का कार्यकाल नवंबर 2025 में समाप्त होना था, लेकिन उन्हें उससे छह महीने पहले ही पद से हटा दिया गया।
Services of Dr Krishnamurthy Subramanian as Executive Director (India) at the International Monetary Fund terminated with immediate effect: Govt of India pic.twitter.com/IxB6qahdmn
— ANI (@ANI) May 3, 2025
हटाने के संभावित कारण
सरकारी आदेश में कोई विशेष कारण नहीं बताया गया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, दो मुद्दों को इस निर्णय का आधार माना जा रहा है:
- आईएमएफ के डेटासेट पर सवाल: डॉ. सुब्रमण्यन ने आईएमएफ द्वारा जारी किए गए आर्थिक आंकड़ों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए थे, जिससे संस्था के भीतर तनाव पैदा हो सकता है।
- किताब ‘इंडिया @ 100’ से जुड़ी अनियमितताएं: उनकी नई पुस्तक के प्रचार-प्रसार में कथित तौर पर कुछ अनियमितताएं पाई गईं, जिसके कारण सरकार नाराज़ हो सकती है।
डॉ. सुब्रमण्यन का कार्यकाल
डॉ. सुब्रमण्यन (Dr. Krishnamurthy Subramanian) को 1 नवंबर 2022 को आईएमएफ में भारत का कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया गया था। इससे पहले, वह भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार (2018-2021) के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। आईएमएफ में उनका निर्वाचन क्षेत्र भारत के अलावा बांग्लादेश, श्रीलंका और भूटान को भी शामिल करता है।
आईएमएफ में भारत की भूमिका
आईएमएफ का कार्यकारी बोर्ड 25 सदस्यों वाला एक महत्वपूर्ण निकाय है, जिसमें भारत समेत विभिन्न देशों के प्रतिनिधि शामिल होते हैं। भारत की इस भूमिका में वैश्विक आर्थिक नीतियों पर देश का प्रभाव बढ़ाने की क्षमता होती है। सूत्रों के मुताबिक, सरकार जल्द ही डॉ. सुब्रमण्यन के स्थान पर किसी नए व्यक्ति को नियुक्त करेगी।