नई दिल्ली। UNESCO Heritage Site भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने कहा कि कर्नाटक में ‘होयसल के पवित्र मंदिर समूह’ को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किए जाने से भारत में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों की संख्या बढ़कर 42 हो गई है। इससे एक दिन पहले संगठन ने पश्चिम बंगाल के शांति निकेतन को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल करने की घोषणा की थी। शांतिनिकेतन में ही कवि रवींद्रनाथ टैगोर ने एक सदी पहले विश्वभारती की स्थापना की थी।
इन स्थानों को किया शामिल
कर्नाटक में ‘होयसल के पवित्र मंदिर समूह’ – बेलूर, हलेबिड और सोमनाथपुरा के होयसल मंदिरों को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है। संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने सोमवार को ‘एक्स’ पर यह जानकारी साझा की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यूनेस्को के इस फैसले को लेकर बयान दिया है। यूनेस्को ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘भारत में कर्नाटक के ‘होयसल के पवित्र मंदिर समूह’ को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है। बधाई।’’ यह निर्णय सऊदी अरब के रियाद में जारी विश्व धरोहर समिति के 45वें सत्र के दौरान लिया गया।
कुल संख्या 42 हुई स्थानों की
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने यूनेस्को द्वारा होयलस राजवंश को धरोहर सूची में शामिल किए जाने की घोषणा के बाद कहा कि कर्नाटक में होयसल राजवंश के 13वीं सदी के खूबसूरत मंदिरों को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है जिससे भारत में सूची में शामिल ऐसे स्थलों की कुल संख्या 42 हो गई है।
एएसआई ने एक बयान में कहा, ”यह पूरे भारत के लिए बेहद खुशी और जश्न का अवसर है।’प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘भारत के लिए और भी गौरव की बात। होयसल के शानदार पवित्र मंदिरों को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है। होयसल मंदिरों की शाश्वत सुंदरता भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और हमारे पूर्वजों के असाधारण शिल्प कौशल का प्रमाण है।’’
शाह ने कही बात
शाह ने ‘एक्स’ पर कहा, ”यह हमारे देश के लिए खुशी का अवसर है कि हमारी दो सांस्कृतिक विरासतों को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल किया गया है। पश्चिम बंगाल में शांतिनिकेतन और कर्नाटक में होयसल के पवित्र मंदिर समूह हमारी संस्कृति की अनंत काल के जीवित प्रमाण हैं।’ यूनेस्को की घोषणा के बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, ‘‘एक और अच्छी खबर आ रही है।
2014 से थे शामिल
हमारी पारंपरिक कला और वास्तुकला के लिए एक और मान्यता।’’ कर्नाटक की धरोहर को शामिल किए जाने पर राज्य के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ‘एक्स’ पर कहा, ‘हमारी सरकार, राज्य के पर्यटन स्थलों पर आने वाले पर्यटकों को विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा और सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
ऐतिहासिक स्थानों और तीर्तस्थलों के उद्गम स्थल कर्नाटक में आपका स्वागत है।’ ‘होयसल के पवित्र मंदिर समूह’ यूनेस्को की संभावित सूची में अप्रैल, 2014 से ही शामिल थे। भारत ने इसे वर्ष 2022-2023 के लिए विश्व धरोहर के रूप में विचार के लिए नामांकन के रूप में भेजा था।
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