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हाइलाइट्स
भारत ने पाकिस्तान को 7 विकेट से हराया
- विरोध के बावजूद हुआ भारत-पाक मैच
बीसीसीआई और PCB को मैच से भारी मुनाफा
Ind vs Pak Match Controversy: रविवार (14 सितंबर) को भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप का हाईवोल्टेज मैच खेला गया। मैदान पर यह मुकाबला पूरी तरह से भारत के नाम रहा, लेकिन मैदान के बाहर इसका असर राजनीति और समाज तक फैला रहा। पहलगाम हमले के बाद दोनों देशों के रिश्ते खराब चल रहे हैं, ऐसे में इस मैच को लेकर शुरू से ही विरोध की आवाजें उठ रही थीं। इस मैच को रुकवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक में याचिका डाली गई, जबकि सड़कों पर भी प्रदर्शन हुए। यहां तक इस मैच को लेकर सोशल मीडिया पर बॉयकॉट ट्रेंड भी चला। बावजूद इन सबके, भारत-पाक का मैच खेला गया। इस मैच को भारत ने एकतरफा अपने नाम किया।
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भारत ने पाकिस्तान को 7 विकेट से हराया।[/caption]
भारत-पाक मैच को लेकर एक बहस शुरू हो गई है। क्या इस मैच को रोका नहीं जा सकता था? अगर यह मैच न होता तो क्या नुकसान होता? आइए, आज हम इन्हीं पहलुओं को टटोलते हैं। बीसीसीआई को क्रिकेट से कितनी कमाई होती है और भारत-पाक के मैच से उसे क्या हासिल होता है? अगर भारत-पाक का मैच न होता तो एशिया कप-2025 में क्या असर पड़ता।
भारत ने जीता मैच
भारत ने यह मैच सात विकेट से जीता। पाकिस्तान की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 127 रन बनाए।। भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। अक्षम पटेल, कुलदीप यादव और जसप्रीत बुमराह ने लगातार विकेट चटकाए और विपक्षी टीम को दबाव में रखा।
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तिलक वर्मा ने मैच में 31 रनों की अहम पारी खेली।[/caption]
भारतीय बल्लेबाजों ने इस छोटे लक्ष्य का पीछा बेहद आसानी से किया। ओपनर अभिषेक शर्मा और तिलक वर्मा ने 31–31 रन बनाकर टीम को मजबूत शुरुआत दी। इसके बाद कप्तान सूर्यकुमार यादव ने 47 रन की नाबाद पारी खेली और भारत को आसानी से जीत दिला दी। भारत ने लक्ष्य को 15.5 ओवर में ही हासिल कर लिया और पाकिस्तान को करारी हार का सामना करना पड़ा।
क्यों हो रहा था मैच का विरोध
मैच के आयोजन को लेकर पहले ही विवाद खड़ा हो गया था। पहलगाम हमले के बाद लोगों की भावनाएं उबाल पर थीं। कई संगठनों और सामाजिक समूहों ने मांग की कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट नहीं खेला जाना चाहिए। उनका कहना था कि जब रिश्ते सामान्य नहीं हैं, तब खेल भी नहीं होना चाहिए।
इसी बीच सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई जिसमें कहा गया कि भारत-पाक मैच पर रोक लगाई जाए। हालांकि कोर्ट ने इसे सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करने से इनकार कर दिया। कोर्ट का कहना था कि यह मुद्दा खेल का है, न कि राजनीति का, इसलिए इसमें दखल देने की जरूरत नहीं है। कोर्ट के इस रुख के बाद मैच कराने का रास्ता साफ हो गया। लेकिन इसका मतलब यह नहीं था कि विरोध थमा। देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हुए और सोशल मीडिया पर भी लोगों ने अपनी नाराजगी खुलकर जताई।
हालांकि कुछ लोगों का यह भी तर्क था कि राजनीति और खेल को अलग-अलग रखना चाहिए।
[caption id="" align="alignnone" width="1200"] पहलगाम आतंकी हमला इसी साल अप्रैल में हुआ, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई।[/caption]
हाथ नहीं मिलाने का विवाद
मैच के बाद एक नया विवाद भी खड़ा हो गया। पाकिस्तान टीम ने आरोप लगाया कि भारतीय खिलाड़ियों ने उनसे हाथ नहीं मिलाया। आम तौर पर मैच खत्म होने के बाद दोनों टीमें हाथ मिलाकर खेल भावना का प्रदर्शन करती हैं। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने एशियन क्रिकेट काउंसिल में इस घटना की शिकायत दर्ज कराई।
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टॉस और मैच दोनों के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया।[/caption]
एशिया कप टूर्नामेंट पर क्या पड़ता असर
अगर भारत-पाक का मैच नहीं होता तो एशिया कप की अंकतालिका पर असर पड़ता। दोनों टीमों के बीच खेले जाने वाले मुकाबले से विजेता को अंक मिलते हैं और हारने वाली टीम का नेट रन रेट (NRR) प्रभावित होता है। मैच रद्द होने की स्थिति में दोनों टीमों को 1-1 अंक मिलते, जिससे सुपर-4 या फाइनल में पहुंचने का समीकरण बदल सकता था। भारत या पाकिस्तान में से किसी एक के जीतने पर सीधे 2 अंक मिलते, जो आगे चलकर क्वालिफिकेशन में निर्णायक साबित होते।
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इसके अलावा यह भी हो सकता था, अगर भारतीय टीम या बीसीसीआई ने पाक के खिलाफ खेलने से मना कर दिया होता तो ऐसी स्थिति में विपक्षी टीम को वॉकओवर मिल जाता। मतलब बिना मैच खेले ही पाकिस्तान टीम को 2 अंक मिल जाते।
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एशिया कप ट्रॉफी।[/caption]
भारत-पाक मैच से बीसीसीआई की कमाई
भारत-पाक मुकाबले की असली ताकत केवल खेल नहीं, बल्कि कारोबार भी है। हर बार जब दोनों टीमें आमने-सामने होती हैं तो टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर विज्ञापनों की बारिश हो जाती है। एक 10 सेकंड का विज्ञापन स्लॉट 14 से 16 लाख रुपए में बिकता है। इसका सीधा फायदा बीसीसीआई और ब्रॉडकास्टर्स को होता है।
बीसीसीआई की वित्तीय रिपोर्ट बताती है कि पिछले पांच साल में उसकी आमदनी लगातार बढ़ी है। साल 2023-24 में बीसीसीआई की कुल आय लगभग 9741 करोड़ रुपए रही। इसमें सबसे बड़ा हिस्सा आईपीएल से आया। अकेले आईपीएल ने करीब 5761 करोड़ रुपए का योगदान दिया। बाकी आमदनी घरेलू टूर्नामेंट, अंतरराष्ट्रीय मैचों और स्पॉन्सरशिप से मिली।
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BCCI[/caption]
मीडिया राइट्स बीसीसीआई के लिए सोने की खान हैं। 2023 से 2027 तक का मीडिया राइट्स सौदा इतिहास के सबसे बड़े सौदों में से एक है। इसमें टीवी और डिजिटल दोनों प्लेटफॉर्म शामिल हैं और इसकी कीमत हजारों करोड़ रुपए है। यही वजह है कि भारत-पाक मैच जैसे हाईवोल्टेज मुकाबले विज्ञापनदाताओं के लिए सोने का अवसर साबित होते हैं।
आईपीएल से बीसीसीआई की कमाई
बीसीसीआई की कमाई में आईपीएल की भूमिका सबसे अहम है। यह टूर्नामेंट अब सिर्फ खेल नहीं बल्कि एक ग्लोबल ब्रांड बन चुका है। आईपीएल फ्रेंचाइजियों को मोटा मुनाफा होता है, जबकि बीसीसीआई को मीडिया राइट्स, टिकट बिक्री और स्पॉन्सरशिप से अरबों रुपए मिलते हैं।
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BCCI को IPL से सबसे ज्यादा कमाई होती है।[/caption]
रिपोर्ट्स के अनुसार, आईपीएल के मीडिया राइट्स 48,390 करोड़ रुपए में बेचे गए थे। इसमें टीवी और डिजिटल दोनों शामिल हैं। यही पैसा अगले सालों में बीसीसीआई की कमाई का बड़ा हिस्सा बनेगा। इसी के साथ ब्रॉडकास्टिंग कंपनियां भी दर्शकों और विज्ञापनों से भारी रकम कमाती हैं।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को भी होता है फायदा
भारत-पाक मैच का फायदा केवल बीसीसीआई तक सीमित नहीं है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को भी इसका हिस्सा मिलता है। एशिया कप जैसे टूर्नामेंट से PCB को करोड़ों रुपए की आमदनी होती है। हालांकि भारत के मुकाबले उनका हिस्सा छोटा है।
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