राजगढ़। प्रदेश में ताऊते तूफान ने कई जगहों पर अपना असर दिखाया है। कई जिलों में मंगलवार को बारिश भी देखने को मिली। वहीं राजगढ़ जिले में बारिश के दौरान जिला अस्पताल की पोल खुल गई। यहां जिला अस्पताल के कोविड वॉर्ड की छत से टपककर पानी भर गया। चौंकाने वाली बात तो यह है कि यह कोविड वॉर्ड 80 लाख रुपए की लागत से बनाया गया था। यहां पानी भरने के बाद हड़कंप मच गया है। हालांकि जिला कलेक्टर को मामले की जानकारी मिलने के बाद जांच के आदेश दे दिए हैं। राजगढ़ कलेक्टर नीरज कुमार ने पूरे मामले की जांच के लिए एडीएम कमल नागर के नेतृत्व में जांच टीम बनायी।
टीम ने मामले की जांच कर ली है। बता दें कि जिला अस्पताल का यह वॉर्ड 80 लाख रुपए की लागत से बनाया गया था। इसके बाद भी पहली बारिश में ही छत से पानी टपकते हुए वॉर्ड पानी से भर गया। मामला मीडिया में आने के बाद काफी चर्चा में बना हुआ है। वहीं प्रदेश कांग्रेस के नेता दिग्गविजय सिंह ने भी इस मामले पर सवाल खड़े किए हैं। इस मामले को लेकर दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर तीखी प्रतिक्रिया दी है। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा, “राजगढ़ ज़िला अस्पताल मप्र के कोविड वॉर्ड की पहले पानी में यह स्थिति हो गई। शिवराज जी आपने कौन से ठेकेदार से यह कार्य कराया था? मुझे बताया गया है पूरे प्रदेश में कोविड वॉर्ड बनाने का ठेका एक ही व्यक्ति को दिया गया था। क्या यह सही है? आपदा में भ्रष्टाचार का अवसर भाजपा नहीं छोड़ती।”
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बता दें कि प्रदेश में फिलहाल कोरोना महामारी की दूसरी लहर बनी हुई है। अब कोरोना केवल शहरों तक सीमित नहीं है बल्कि गांवों को भी अपनी चपेट में ले लिया है। इसको लेकर लगातार सरकार कोरोना कर्फ्यू को आगे बढ़ाने पर चर्चा कर रही है। वहीं कोरोना पर पूरी तरह से काबू करने के लिए प्रदेश के 13 जिलों में कोरोना कर्फ्यू बढ़ाने के आदेश जारी हो गए हैं। प्रदेश के चार जिलों में 31 मई तक कोरोना कर्फ्यू बढ़ा दिया गया है। वहीं बाकी के जिलों में 24 मई तक लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है। प्रदेश के रायसेन, रीवा, सागर और विदिशा जिले में 31 मई तक कोरोना कर्फ्यू लागू रहेगा।
वहीं बैतूल, हरदा, सतना, खंडवा, छिंदवाड़ा और गुना में 24 मई की सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में यह फैसला लिया गया है। बता दें कि प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केसों में भी कमी देखने को मिल रही है।