नई दिल्ली। एल्बर्ट आइंस्टाइन (Albert Einstein), जब भी इनका नाम हमारे सामने आता है तो हम इन्हें एक महान वैज्ञानिक के साथ-साथ तेज दिमाग और तर्कशक्ति के लिए जानते हैं। लेकिन अगर हम आप से कहें कि एक और शख्स है जो अल्बर्ट आइंस्टाइन के दिमाग से भी तेज है, तो आप क्या कहेंगे। एक मिनट के लिए आप जरूर सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि उनका दिमाग कितना तेज होगा।
12 साल के बच्चे ने आइंस्टाइन को छोड़ा पीछे
बता दें कि ये शख्स महज 12 साल का एक ब्रिटिश बच्चा है। जो बुद्धि के मामले में एल्बर्ट आइंस्टाइन को भी पीछे छोड़ दिया है। IQ टेस्ट में 12 वर्षीय बार्नाबी स्विनबर्न (Barnaby Swinburn) ने महान वैज्ञानिक आइंस्टाइन के स्कोर को पीछे छोड़ते हुए खुद को हाई आईक्यू सोसाइटी मेंसा (MENSA) का सदस्य बना लिया है। IQ टेस्ट में बार्नाबी स्विनबर्ग ने 162 का स्कोर हासिल करके सबको हैरान कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार महान वैज्ञानिक एल्बर्ट आइंस्टाइन का IQ लेवल 160 था।
18 साल से कम उम्र वाले वर्ग में सबसे उंचा स्कार
ये स्कोर 18 साल से कम उम्र वाले वर्ग में सबसे उंचा स्कार है। बार्नाबी का कहना है कि उसे गणित और कैमिस्ट्री पढ़ना काफी पसंद है। साथ ही उसे विजनेस में भी दिलचस्पी है और वो काफी महत्वाकांक्षी भी है। वो आगे चलकर प्रोग्रामर बनना चाहता है। आइए जानते हैं क्या होता है IQ लेवल?
क्या है IQ टेस्ट?
IQ जर्मन भाषा में Intelligenz-Quotient का शॉर्ट फॉर्म है। IQ स्कोर आपके सोचने-समझने की क्षमता और जानकारी के स्तर को बतात है। हमारा दिमाग किसी काम को कितने अच्छे तरीके से करता है, हम किसी समस्या का समाधान कितनी जल्दी और बेहतर तलाश सकते हैं, किसी सवाल का जवाब हम कितनी जल्दी और सटीक दे सकते हैं। इसे जांचने की प्रक्रिया को ही IQ टेस्ट कहा जाता है। आज कल आप कई वेबसाइट्स के सहारे अपने IQ लेवल को जांच सकते हैं। महज 5 मिनट में आप अपने IQ को कैलकुलेट कर सकते हैं।
हाई आईक्यू सोसाइटी (MENSA) क्या है?
मेन्सा उच्च IQs वाले लोगों के लिए एक संगठन है। इसके सदस्य सभी उम्र के होते हैं। इसमें उम्र की कोई सीमा नहीं है। साथ ही इसमें किसी भी क्षेत्र से जुड़े हुए लोग शामिल हो सकते हैं। चाहे वो कोई वैज्ञानिक हो, वकील हो, डॉक्टर हो, पुलिस अधिकारी हो, ट्रक चालक हो, किसान हो या कोई और। बस इसमें उन्हीं लोगों को शामिल किया जाता है जिनका IQ लेवल 145 से उपर होता है। इस सोसाइटी में करीब 50 देशों के राष्ट्रीय समूह शामिल हैं।