ग्वालियर: एमपी विधानसभा उपचुनाव में ग्वालियर चंबल संभाग की सबसे बहुचर्चित सीट डबरा की रही। जहां से महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ( Imarti devi) भाजपा प्रत्याशी थी। डबरा सीट ( Dabra ) जितनी चर्चित रही उतना ही चौंकाने वाला इस सीट का रिजल्ट रहा। पिछले कई चुनाव में इमरती देवी यहां रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज करती रही हैं, लेकिन इस बार जनता ने उन्हें नकार दिया। इमरती देवी को कांग्रेस प्रत्याशी और उनके समधी सुरेश राजे ( suresh raje ) ने हराया।
हालांकि इमरती देवी इस हार से निराश नहीं हैं। उन्होंने जनता के फैसले को स्वीकारा और अगले चुनाव में फिर से जीत का भरोसा जताया है। बंसल न्यूज से बातचीत के दौरान इमरती देवी ने कहा कि ‘मैं सिर्फ दो तीन हजार मतों से हारी हूं, जनता ने मेरा पूरा सहयोग किया है और पार्टी के नेताओं ने भी मुझे सहयोग दिया है। मंत्री इमरती देवी ने स्वीकार किया कि शायद कोई कमी रही होगी इसलिए मुझे हार का सामना करना पड़ा। वहीं इमरती देवी ने अपनी हार की जिम्मेदारी ली है।
मंत्री इमरती देवी ने आगे कहा कि कांग्रेस के जो MLA जीते हैं वे एक हेड पंप का भी नहीं लगवा पाएंगे। कोरोना काल में फंड बचा नहीं विकास कार्य कैसे कराएंगे। उन्हें सिर्फ तनखा मिली विधायक होने की, हालांकि उन्होंने कहा है कि लगातार क्षेत्र की जनता के बीच रहेंगी और जो विकास कार्य अधूरे रह गए हैं उन्हें पूरा कराने का पूरा प्रयास करेंगी।
बता दें कि सिंधिया की बेहद करीबी माने जाने वाली मंत्री इमरती देवी इस बार इलेक्शन हार गई है, उन्हें कांग्रेस के सुरेश राजे ने शिकस्त दी है।