नई दिल्ली। देश में पेट्रोल के दाम आसमान छू रहे हैं। गाड़ी खरीदने से पहले लोग सौ बार सोच रहे हैं। हालांकि पेट्रोल के दाम बढ़ने से इलेक्ट्रिक वाहनों के बाजार में तेजी है। रोजाना इलेक्ट्रिक स्कूटर के एक से बढ़कर एक मॉडल लॉन्च हो रहे हैं। लेकिन उन वाहनों का क्या जो लोग पहले से ही इस्तेमाल कर रहे हैं और महंगाई के इस मार का सामना कर रहे हैं? इन सभी सवालों का जवाब बेंगलुरू की कुछ स्टार्टअप कंपनियां दे रही हैं। जिन्होंने किसी भी पुराने पेट्रोल से चलने वाले स्कूटर को इलेक्ट्रिक स्कूटर में बदलने की अनूठी पहल शुरू की है।
इलेक्ट्रिक गाड़ी बनाने में कितना खर्च आता है
दरअसल, बेंगलुरू में राइड शेयरिंग की सेवाएं देने वालीस्टार्टअप कंपनी Bounce ने ऐसी स्कीम शुरू की है। जो कसी भी पुराने पेट्रोल इंजन वाले स्कूटर को इलेक्ट्रिक मोटर और बैटरी लगाकर उसे इलेक्ट्रिक स्कूटर में बदल देती है। कंपनी इस बदलाव के एवज में 20 हजार रूपये चार्ज करती है। कंपनी पराने गाड़ियों में एक रेट्रोफिट किट लगाती है। जिसमें इलेक्ट्रिक मोटर और बैटरी होती है। कंपनी के फाउंडर विवेकानंद हल्लेकरे ने बताया कि हमने पहले इस काम को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर परंपरागत स्कूटर को इलेक्ट्रिक स्कूटर में बदलना शुरू किया था। लेकिन जल्द ही हमें आभास हो गया कि यह बहुत बड़ा बाजार है।
इस क्षेत्र में अब कई कंपनियां हैं
अब बाउंस के अलावा इस क्षेत्र में कई कंपनियां ऐसी हैं जो इसी तरह की किट लेकर आई हैं। इनमें Etrio और Meladath ऑटोकम्पोनेंट शामिल हैं। वहीं ओला, हीरो, Simple Energy जैसी कई कंपनियों ने बाजार में इलेक्ट्रिक स्कूटर के कई बेहतरीन मॉडल भी उतारे हैं। बाउंस की बात करें तो अब तक एक हजार से ज्यादा पुराने स्कूटर्स को इलेक्ट्रिक स्कूटर में बदल चुकी है। कंपनी के अनुसार किट लगाने के बाद स्कूटर एक बार फुल चार्ज करने पर 65 किमी तक चलाई जा सकती है। इस किट को ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडया द्वारा भी प्रमाणित किया गया है।
हाइब्रिड स्कूटर भी बनवा सकते हैं
इसके अलावा कई कंपनियां हाइब्रिड स्कूटर बनाने पर भी जोर दे रही हैं। हाइब्रिड स्कूटर का मतलब है कि आप इसे अपने जरूरत के हिसाब से पेट्रोल या इलेक्ट्रिक किसी भी मोड में चला सकते हैं। हालांकि इस किट को लगाने के लिए आपको थोड़ा और खर्च करना होगा। एक रिपोर्ट के अनुसार आपको इस किट के लिए 40 हजार रूपये तक खर्च करना पड़ सकता है।