भोपाल। प्रदेश में कोरोना का कहर अब लगभग खत्म होने की कगार पर है। जिसके चलते प्रदेश में कोविड में सेवाएं दे रहे अस्थायी आयुष डॉक्टरों को हटा दिया गया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मप्र ने सोमवार को एक आदेश जारी किया है। इस आदेश में एक अप्रैल से अस्थायी मानव संसाधन की सेवा खत्म करने की बात लिखी गई है। इसके पहले भी मार्च में नर्सिंग स्टाफ, कंप्यूटर ऑपरेटर, लैब टेक्नीशियन सहित अन्य स्टाफ की छंटनी कर दी गई थी। वहीं अब सभी अस्थायी डॉक्टरों को 1 अप्रैल से पूरी तरह से सेवामुक्त कर दिया गया है।
गौरतलब है कि इन डॉक्टर्स की आदेश में बजट का हवाला देते हुए डॉक्टरों की सेवा समाप्त करने की बात कही गई है। कोरोना काल 2020 में जब आम व्यक्ति घर से बाहर तक निकलने में डर रहा था। उन हालातों में आयुष चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ ने जान की फिक्र न करते हुए कोविड मरीजों का उपचार किया था। वहीं अब जब कोरोना मुक्त जिला हुआ तो इनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।