IAS Niyaz Khan Change Surname: भोपाल के चर्चित आईएएस अधिकारी नियाज खान ने हाल ही में अपने सरनेम ‘खान’ को हटाने का फैसला किया है, जिसका उन्होंने कारण भी बताया है। सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘एक्स’ (ट्विटर) पर नियाज खान ने अपने नए पेन नाम “MAIKAN A” का ऐलान किया।
उन्होंने यह कदम अपनी पुस्तकों के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर (IAS Niyaz Khan Change Surname) अस्वीकृत होने की वजह से उठाया। उनका कहना है कि अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों में उनकी किताबों को केवल उनके सरनेम ‘खान’ की वजह से कई बार रिजेक्ट कर दिया गया।
इस अनुभव से गुजरने के बाद, उन्होंने यह निर्णय लिया कि अब वह साहित्यिक दुनिया (IAS Niyaz Khan) में नए पेन नाम के साथ आगे बढ़ेंगे।
एक नई पहचान की तलाश है- IAS नियाज खान
नियाज खान ने अपनी इस घोषणा के साथ यह भी स्पष्ट किया कि उनकी पिछली दस किताबों पर अभी भी खान सरनेम होगा, क्योंकि वे इसी नाम से प्रकाशित हुई हैं।
लेकिन अब से उनके साहित्यिक करियर में “MAIKAN A” नाम ही उनकी पहचान होगी। यह कदम उनके लिए साहित्यिक क्षेत्र में एक नई शुरुआत की तरह है, जिसमें वह अपने कार्य को बिना किसी पूर्वाग्रह के प्रस्तुत करना चाहते हैं।
अब सभी किताबें MAIKAN A के नाम से आयेंगी। यह नाना द्वारा बचपन में दिया गया pet name है। खान नाम से मेरा साहित्यिक नुक़सान हुआ है।
माइकन ए के नाम से जाने जाएंगे IAS नियाज खान:* अगला उपन्यास इसी नाम से आएगा, पुराने नॉवेल में भी बदलेंगे राइटर का नाम https://t.co/BSabjNjax2
— MAIKAN A (@saifasa) October 3, 2024
उन्होंने यह भी कहा कि यह निर्णय व्यक्तिगत रूप से उनके (आईएएस नियाज खान प्रोफाइल) लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह सिर्फ एक नाम परिवर्तन नहीं है, बल्कि एक नई पहचान की तलाश है।
किस बैच के हैं IAS नियाज
बता दें अपना सरनेम बदलने वाले आईएएस अधिकारी नियाज खान साल 2015 के बैच से हैं। इससे पहले वे राज्य सेवा प्रशासनिक अधिकारी थे। जिसके बाद उन्हें प्रमोट कर आईएएस ऑफिसर बना दिया गया है।
साथ ही मध्यप्रदेश कैडर दिया गया. वह मूल रूप से छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं।
IAS नियाज का विवादों से पुराना रिश्ता
IAS अधिकारी नियाज खान का विवादों से पुराना रिश्ता रहा है, लेकिन वह सभी धर्मों में आस्था रखते हैं और दिलचस्प बात यह है कि वह शाकाहारी हैं। 2022 में फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर दिए गए बयान के कारण वह काफी सुर्खियों में आए थे।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट (IAS Niyaz Khan) करते हुए लिखा था कि वह विभिन्न समयों पर मुसलमानों के नरसंहार को उजागर करने के लिए एक किताब लिखने पर विचार कर रहे हैं, ताकि इस पर आधारित एक फिल्म बनाई जा सके, जो अल्पसंख्यकों के दर्द और पीड़ा को देशवासियों के सामने ला सके।
2019 में भी उन्होंने अपने उपनाम ‘खान’ को लेकर बड़ा बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘खान’ सरनेम (IAS Niyaz Khan Change Surname) के कारण उन्हें अपने करियर में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। उन्होंने इसे इस तरह बयान किया था जैसे ‘खान’ उपनाम उनके पीछे भूत की तरह लगा हुआ है।