Advertisment

IAS Anna Rajam Malhotra Success Story: UPSC परीक्षा पास करने वाली पहली भारतीय महिला कौन?, जानें

author-image
Bansal News
IAS Anna Rajam Malhotra Success Story: UPSC परीक्षा पास करने वाली पहली भारतीय महिला कौन?, जानें

IAS Anna Rajam Malhotra Success Story:  देश की सबसे बड़ी और कठिन परीक्षाओं में जहां पर यूपीएससी ( UPSC) छात्रों के लिए बड़ी परीक्षा मानी जाती है। वहीं पर इस परीक्षा से पास हुए उम्मीदवार देश के प्रतिष्ठित पदों पर स्थापित होते है। ऐसे में क्या आप यूपीएससी के इतिहास में पहली बार परीक्षा पास करने वाली भारतीय महिला कौन के बारे में जानते है जिन्होंने किस तरीके से मेहनत कर परीक्षा पास की थी।

Advertisment

आजादी के बाद की पहली आईएएस

आपको बताते चले कि, यहां पर देश की सबसे बड़ी परीक्षा यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास करने वाली पहली भारतीय महिला का नाम अन्ना राजम मल्होत्रा (IAS Anna Rajam Malhotra) है। जिन्होनें देश की आजादी के बाद 1947 के बाद यूपीएससी की परीक्षा पास की थी। बता दें कि, इस अधिकारी ने अन्ना राजम मल्होत्रा ने 1951 से 2018 तक मद्रास में तत्कालीन सीएम सी राजगोपालाचारी के अधीन काम किया था।

पढे़ें ये खबर भी- UGC NET Admit Card 2023: यूजीसी नेट के पहले फेज का एडमिट कार्ड जारी, ऐसे करें डाउनलोड

जानिए कैसा रहा यूपीएससी तक का सफर

यहां पर पहली भारतीय महिला के यूपीएससी के सफर में 1951 में उन्होंने 27 वर्ष की आयु के दौरान सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की और उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलावा आया. इंटरव्यू पैनल ने अन्ना राजम मल्होत्रा को विदेशी या केंद्रीय सेवाओं में शामिल होने के लिए भी राजी किया था क्योंकि वे महिलाओं के लिए "अधिक उपयुक्त" थीं, लेकिन वह अपने फैसले पर खड़ी रहीं और वह सिविल सेवा के मद्रास कैडर में शामिल हो गईं।

Advertisment

शादी करती तो बंद हो जाती सेवा

यहां पर सेवा के लिए चयन तो हो गया लेकिन जॉइनिंग लेटर ने अन्ना राजम की मुश्किलें बढ़ा दी थी, दरअसल इसमें लिखा था कि, अगर आप शादी करती है तो आपकी सेवा बंद कर दी जाएगी। लेकिन बदलाव के बाद तत्कालीन सीएम सी राजगोपालाचारी भी चिंतित थे और वह उन्हें जिला उप-कलेक्टर के रूप में "नामित करने में संकोच" करते थे क्योंकि उनका मानना था कि "महिलाओं को नागरिक बलों में सेवा नहीं देनी चाहिए"। इतना ही नहीं अपने पूरे जीवन में अन्ना राजम मल्होत्रा ने अपने पुरुष समकक्षों के साथ काम किया और कड़ी मेहनत की।

पढे़ें ये खबर भी- Ayodhya Ram Mandir: इस दिन गर्भगृह में विराजित होगें रामलला, क्या पीएम मोदी पहुंचेगें अयोध्या

इन पदों पर निभाई जिम्मदारी

यहां पर उनके संघर्ष के सफर में कई पदों पर जिम्मेदारी निभाई, अन्ना राजम मल्होत्रा ​​बाद में होसुर जिले की पहली महिला जिला उप-कलेक्टर बनीं. बाद में उन्होंने वाशिंगटन में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष में भारत के कार्यकारी निदेशक के रूप में भी काम किया। इस तरह देश में सिविल में सेवा देते हुए अन्ना राजम मल्होत्रा ​​का 91 साल की उम्र में सितंबर 2018 में मुंबई में निधन हो गया। एक प्रेरणादायक कहानी के तौर पर आज भी अन्ना राजम मल्होत्रा को याद किया जाता है।

Advertisment
IAS Success Story first female ias officer of india first indian lady ias ias anna rajam malhotra india first women ias officer upsc success story in hindi
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें