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फैमिली काउंसलिंग सेंटर से निकलते ही पति ने खा लिया जहर: कोरबा में इलाज के दौरान मौत, पत्नी से होता था झगड़ा

Korba News: आपसी झगड़े को लेकर दम्पति परिवार परामर्श केंद्र पहुंचे थे। पति ने सेंटर से बाहर निकलकर जहर खा लिया

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Ashi sharma
फैमिली काउंसलिंग सेंटर से निकलते ही पति ने खा लिया जहर: कोरबा में इलाज के दौरान मौत, पत्नी से होता था झगड़ा

Korba News:कोरबा में एक व्यक्ति ने परिवार परामर्श केंद्र (Family Counseling Center) से बाहर आते समय जहर खा लिया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। खबर है कि मृतक की पहचान 41 वर्षीय छतराम मुल्तान के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक छतराम अपनी पत्नी के साथ नशे की हालत में परिवार परामर्श केंद्र रामपुर में काउंसिलिंग के लिए पहुंचा था.

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सेंटर से निकलकर खाया जहर

लेकिन छतराम के नशे में होने के कारण काउंसलिंग नहीं हो सकी। जिसके बाद छतराम और उसकी पत्नी घर लौटने के लिए फैमिली काउंसलिंग सेंटर से बाहर निकले। इसी बीच छतराम ने जहर खा लिया और उसकी मौत हो गई।

पति पत्नी के बीच हुआ था झगड़ा

बताया जा रहा है कि एक माह पहले छतराम और उसकी पत्नी का किसी बात पर झगड़ा हो गया था।छतराम की पत्नी ने इसकी शिकायत सिविल लाइंस थाने में की थी। मामला थाने से परिवार परामर्श केंद्र तक पहुंच गया। तभी से दोनों अलग-अलग रहने लगे। फिलहाल इस मामले पुलिस जांच कर रही है।

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क्या होता है परिवार परामर्श केंद्र

"परिवार परामर्श केंद्र" "परिवार परामर्श केंद्र" (Parivar Paramarsh Kendra) एक ऐसा संस्थान या केंद्र होता है जो परिवारिक समस्याओं और विवादों को सुलझाने में मदद करता है।

ये सेवाएं प्रदान करता हैं परिवार परामर्श केंद्र:

1. मध्यस्थता (Mediation): परिवार के सदस्यों के बीच संवाद स्थापित करने और विवादों को सुलझाने के लिए मध्यस्थता की प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है।

2. परामर्श (Counseling): पेशेवर परामर्शदाता परिवार के सदस्यों को व्यक्तिगत या सामूहिक रूप से परामर्श प्रदान करते हैं, जिससे वे अपनी समस्याओं को समझ सकें और समाधान खोज सकें।

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3. शिक्षा और जागरूकता (Education and Awareness): परिवारों को स्वस्थ संबंध बनाए रखने और समस्याओं से निपटने के लिए आवश्यक जानकारी और कौशल प्रदान किया जाता है।

4. समर्थन समूह (Support Groups): ऐसे समूह बनाए जाते हैं जहाँ लोग अपनी समस्याओं को साझा कर सकते हैं और एक-दूसरे का समर्थन कर सकते हैं।

5. कानूनी सहायता (Legal Assistance): कुछ केंद्र कानूनी सलाह भी प्रदान करते हैं, खासकर जब विवाद कानूनी रूप से जटिल हो जाते हैं।

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इन केंद्रों का उद्देश्य परिवारों के बीच सामंजस्य स्थापित करना और उन्हें स्वस्थ और सकारात्मक तरीके से समस्याओं का सामना करने में मदद करना होता है। एक ऐसा संस्थान या केंद्र होता है जो परिवारिक समस्याओं और विवादों को सुलझाने में मदद करता है।

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