Surya Nakshatra in Magha August 2024: बीते महीने पूरे देश को तरबतर कर चुकी आफत की बारिश ने कुछ दिनों के लिए विराम लगा दिया था। ज्योतिषीय गणनाओं में बदली ग्रहों की चाल ने अतिवृष्टि रोक दी थी। लेकिन अब तीन दिन बाद एक बार फिर तेज बारिश का दौर शुरू होने वाला है।
17 अगस्त को सूर्य बदलेंगे नक्षत्र
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के 3 अगस्त को सूर्य ने पुष्य से अश्लेषा नक्षत्र में प्रवेश किया था। जिसके बाद सूर्य एक बार फिर राशि बदल रहे हैं। अब सूर्य 17 अगस्त को अश्लेषा से मघा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे।
अश्लेषा में सूर्य ने बनाया था स्त्री-स्त्री योग
इस महीने 3 अगस्त को अश्लेषा नक्षत्र में पहुंचे सूर्य ने स्त्री-स्त्री पुरुष बनाकर बारिश में रुकावट डाली थी। सूर्य का ये योग 15 दिन के लिए रहा था। लेकिन इस बार फिर इसके विपरीत योग बनेगा।
मघा नक्षत्र में बनेगा स्त्री पुरुष योग
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार इस बाद मघा नक्षत्र में सूर्य के गोचर करने पर स्त्री-पुरुष योग बनेगा। ज्योतिष में जब स्त्री पुरुष योग बनता है तो अच्छी बारिश के आसार (Heavy Rain Forcast) होते हैं।
17 अगस्त से 31 अगस्त तक कैसी होगी बारिश
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार 3 अगस्त शनिवार को अश्लेषा नक्षत्र में प्रवेश किए सूर्य (Ashlesha Nakshatra me Surya Gochar 2024) ने बारिश में थोड़ी खलल डाली थी। लेकिन अब 17अगस्त से एक बार फिर झमाझम बारिश का दौर शुरू होगा।
अश्लेषा के बाद किस नक्षत्र में होगा सूर्य का गोचर
3 अगस्त को सूर्य ने अश्लेषा नक्षत्र में प्रवेश कर लिया है। इसके बाद सूर्य 17 अगस्त को मघा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। इस दौरान एक बार फिर स्त्री-पुरुष योग ,(Heavy Rain in Jyotish) बनेगा। इस दौरान 15 दिन के लिए एक बार फिर झमाझम बारिश (Heavy Rain Forcast) शुरू हो जाएगी।
सूर्य इस दिन करेंगे पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में प्रवेश
17 अगस्त के बाद सूर्य 31 अगस्त को पूर्वा फाल्गुनी में प्रवेश करेंगे। इस दौरान ये स्त्री-स्त्री योग बनाएगा। इस गोचर काल में एक बार फिर पानी रुक-रुक गिरेगा। इस दौरान एक बार फिर आफत की बारिश से राहत मिलेगी।
13 सितंबर को उत्तरा फाल्गुनी में प्रवेश
सूर्य 13 सितंबर को पूर्वा फाल्गुनी से उत्तरा फाल्गुनी में प्रवेश करेंगे। इस दौरान बना स्त्री पुरुष योग एक बार फिर से झमाझम बारिश के योग बनाएगा। इसके 15 बाद फिर 27 सितंबर को एक बार फिर ये नक्षत्र बदलेंगे (Surya Nakshatra Parivartan) और हस्त नक्षत्र में स्त्री-स्त्री योग बनाकर अल्प बारिश के योग बनाएंगे।
कब होगी मानसून की विदाई
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार जब सूर्य हस्त नक्षत्र में प्रवेश करते हैं तो इस दिन से बारिश की विदाई हो जाती है।
मघा नक्षत्र
20 अगस्त को अश्लेषा नक्षत्र से मघा नक्षत्र में गोचर (Ashlesa Nakshatra me surya) करेंगे। जो 5 सितंबर इसी नक्षत्र में रहेंगे। मघा नक्षत्र (Magha Nakshtra) में भी अच्छी बारिश के योग होते हैं।
पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र
20 अगस्त से 5 सितंबर
उत्तरा नक्षत्र
5 सितंबर से 20 सितंबर
बारिश का अंतिम चरण हस्त नक्षत्र
सूर्य अपने नक्षत्र (Surya Nakshatra July 2024) गोचर काल में सबसे अंत में हस्त नक्षत्र (Hasta Nakshtra) में प्रवेश करते हैं। इस नक्षत्र में प्रवेश करने पर बारिश (Monsoon ki Bidai) अंतिम दौर में होती है। यानी इस दौरान बारिश की विदाई हो जाती है।
जल चर नक्षत्र कौन से हैं
हिन्दू पंचांग (Hindi Panchang) के अनुसार पुनर्वसु, अश्लेषा और पुष्य नक्षत्र जलचर नक्षत्र कहलाते हैं। यानि इन नक्षत्रों में बारिश (Surya Pushya Nakshatra) अच्छी मानी जाती है। लेकिन यदि इन नक्षत्रों में स्त्री-स्त्री योग बनता है तो खंड बारिश होती है।
यह भी पढ़ें: