नई दिल्ली। बढ़ती महंगाई लोगों का जीना मुश्किल How To Save Electricity At Home कर रही है। लोग तरह—तरह से बिजली बचाने की मशक्कत करते हैं। सबसे पहले नजर जाती है। घर में लगे पंखे पर। पंखा खुला छोड़ने पर सभी की डांट लग जाती है। इतना ही नहीं जरूरत के हिसाब पंखे की स्पीड को भी कंट्रोल करते है और शायद सभी के मन में ये ख्याल जरूर आता है कि क्या पंखे की स्पीड कम करने से बिजली की कम खपत होगी। तो आइए हम जानते आखिर क्या है इसकी सच्चाई।
घरों में सीलिंग और टेबल फेन दोनों का जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल होता है। सीलिंग फैन की गति को कंट्रोल करने में रेगुलेटर का उपयोग होता है। पर सवाल ये उठता है कि अगर इसकी स्पीड को कम किया जाता है तो क्या फंखा कम बिजली खपत करते हैं या फिर स्पीड बढ़ाने पर ये ज्यादा बिजली खपत करते हैं?
इलेक्ट्रिकल रग्युलेटर
दरअसल पहले जो इलेक्ट्रिकल रेग्युलेटर पंखों के लिए उपयोग किए जाते थे उससे पंखे को चलाने में तो कम बिजली लगती थी लेकिन इन रेग्युलेटर्स द्वारा पंखा की स्पीड को कंट्रोल करन में जो अवरोध उत्पन्न होता था। उसमें यह बिजली खर्च हो जाती थी। ये रेग्युलेटर सस्ते भी होते थे। यानि ये पुराने रेग्युलेटर पंखे की स्पीड कम करके बिजली की कोई खास बचत नहीं कर पाते थे।
इलेक्ट्रॉनिक रेग्युलेटर बचाते हैं बिजली
जबकि वर्तमान मेें उपयोग किए जाने वाले इलेक्ट्रॉनिक रेग्युलेटर का रिजल्ट अपेक्षाकृत ज्यादा असरदार है। क्योंकि अगर आप इलेक्ट्रॉनिक रेग्युलेटर का उपयोग पंखों के लिए करते हैं तो निश्चित रूप से आपको बिजली का बिल कम चुकाना पड़ेगा। अगर आप इस रेग्युलेटर से पंखें की स्पीड को हाई और मीडियम के बीच रखते हैं तो निश्चित रूप से 30 से 40 फीसदी तक की बिजली बचा सकते हैं। कुल मिलाकर इलेक्ट्रॉनिक रेग्युलेटर वाले पंखे स्पीड के हिसाब से बिजली की खर्चा बढ़ाएंगे।
18 घंटे चलाया पंखा, देगा इतना बिल
सामान्यत: घरों में 60 वॉट के पंखे चल रहे हैं। अगर आप इस पंखें को 18 घंटे तक चलाते हैं ये यह उस समय में 1080 वॉट बिजली कंज्यूम करता है। यानि इसके लिए आपको तय निर्धारित रेट के अनुसार एक यूनिट से थोड़ा सा अधिक बिल चुकाना पड़ेगा।
ऐसे बचा सकते हैं बिजली
अगर हम एक सामान्य परिवार की बात करें तो घरों में चार पंखे होते ही हैं। अगर इन्हें तेज मोड में चलाया जाए तो आपको एक दिन 5 यूनिट तक की बिजली चुकानी पड़ सकती है। अगर आप इसे नियंत्रित कर चलाते हैं तो 1 से डेढ़ यूनिट बिजली रोज बचा सकते हैं।