Jahrila Mango: अगर आप भी आम के शौकीन हैं, तो ये खबर आपको अलर्ट करने वाली है। गर्मियों का सीजन शुरू होने के साथ ही बाजारों में आम की बिक्री होने लगी है। मार्केट में इन दिनों बेमौसम के आम धड़ल्ले से बिक रहे हैं।
पर क्या आप जानते हैं कि बेमौसम बिकने वाले इन आमों को कैमिकल यानी कैल्शिम कार्बाइड से पका कर आपकी सेहत के साथ सरेआम खिलवाड़ किया जा रहा है।
इसलिए आपको बिना देरी करे अलर्ट हो जाना चाहिए। आज के आर्टीकल में हम आपको बता रहे हैं, कि कैमिकल वाला आम किस हद तक नुकसान हो सकता है। साथ ही जानेंगे कैमिकल वाले आम (Poisonous Mangoes) की पहचान कैसे करें, आम को कैमिकल (Chemical Mango) फ्री कैसे कर सकते हैं।
क्यों कैमिकल से पकाते हैं आम
समय बचाने और मुनाफा कमाने के चक्कर में कैमिकल वाला आम (Chemical wala aam) बाजार में बेचा जा रहा है। व्यापारी बड़ी संख्या में आमों की बिक्री के लिए इन्हें पकाते हैं। फिर आपकी सेहत के साथ खिलवाड़ करके आपकी जान जोखिम में भी डाल सकते हैं।
आम को लेकर क्या कहते हैं दादी मां के नुस्खे
आपने देखा होगा पहले के जमाने में दादी मां और हमारे बुजुर्ग एक बारिश होने यानी एक बार पानी गिरने के बाद खाने की सलाह देते हैं। इसके पीछे का कारण भी यही है।
आम को कैल्शियम कार्बाइड फ्री कैसे करें
अगर आपको लगता है कि आप जो आम मार्केट से लेकर आए हैं वह कैल्शियम कार्बाइड से पकाया गया है। तो इसके लिए आप घर पर ही बड़े आसान तरीके से कार्बाइड फ्री कर सकते हैं। इसके लिए आप कैल्शियम कार्बाइड से पके आमों को खाने (Jahrila Aam khane ke nuksan) से पहले उनमें से आर्सेनिक अवशेषों को हटाने के लिए आमों को दो प्रतिशत सोडियम कार्बोनेट के घोल में 12 घंटे के लिए डुबाकर रखना होगा जिससे ये कैमिकल फ्री हो जाएगा।
कैल्शियम कार्बाइड कैसे करता है बॉडी को नुकसान
आपको बता दें मार्केट में बिक रहे आमों को पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड का उपयोग किया जाता है। कैल्शियम कार्बाइड से पकाए गए आमों में आर्सेनिक अवशेष शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं।
इन आर्सेनिक पार्टीकल्स को हटाने का सबसे आसान तरीका होता है सोडियम कार्बोनेट। इसके लिए आप 2 प्रतिशत सोडियम कार्बोनेट के घोल में बाजार से लाए गए कैल्शियम कार्बाइड वाले आम को 12 घंटे के लिए डाल दें। इससे उसमें मौजूद आर्सेनिक के पार्टीकल्स को हटाया जा सकता है।
आर्सिन-फॉस्फीन से शरीर को नुकसान
वैज्ञानिकों के अनुसार कैल्शियम कार्बाइड (CaC2) में मौजूद आर्सिन (AsH 3) और फॉस्फीन (PH 3) अशुद्धियों के रूप में कैल्शियम कार्बाइड से पके फलों में प्रवेश कर सकते हैं।
कैसे आठ गुना तक कम कर सकते हैं आर्सेनिक का असर
वैज्ञानिकों की मानें तो कैमिकल वाले आमों (Chemical Mango) और फलों को यदि 2% Na2 CO3 या 2% एग्री-बायोसॉफ्ट घोल में 12 घंटे तक डुबाया जाए तो फलों की सतह से आर्सेनिक के अवशेषों को 71.02 पीपीबी से 6.74–9.05 पीपीबी तक कम किया जा सकता हे। ये छिलके और गूदे से आर्सेनिक को भी हटा देता है।
कैमिकल से आम कैसे पक जाता है
FSSAI कहता है कि काले धब्बे वाले आम को खरीदने से बचें। क्योंकि यह कैल्शियम कार्बाइड केमिकल से निकली acetylene gas से पका हो सकता है। आपको कोई भी फल खाने से पहले अच्छी तरह बहते पानी में धो लेना चाहिए।
ऐसे करें कैमिकल वाले आम की पहचान
बाजार में बिक रहे कैमिकल वाले आम की पहचान करने का बेहद आसान तरीका है।
आम पर काले, नीले छोटे-छोटे धब्बे होना।
आम से रस टपकते रहना।
आम का आकार बहुत छोटा होना।
आम को दबाने पर बहुत कड़क होना।
FSSAI ने बताए कैमिकल वाले आम खाने के नुकसान
फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड ऑथोरिटी ऑफ इंडिया ने आम पकाने वाले खतरनाक केमिकल कैल्शियम कार्बाइड के निम्नलिखित साइड इफेक्ट बताए हैं।
सिर घूमना
अत्यधिक प्यास लगना
चिड़चिड़ापन
कमजोरी
निगलने में कठिनाई
उल्टी
स्किन अल्सर
कैमिकल से कैसे पक जाता है आम
FSSAI के मुताबिक, आम को आर्टिफिशियली पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड का इस्तेमाल किया जाता है। जो Acetylene gas निकालता है और यह गैस आम (Mango) पकाती है। कैल्शियम कार्बाइड को ‘मसाला’ भी कहा जाता है। आम के अलावा यह केमिकल केला, पपीता आदि को पकाने के लिए भी उपयोग किया जाता है।