How NDA Make Govt: तीसरी बार एनडीए सत्ता संभालने के लिए तैयार है। लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए ने 292 सीटों पर कब्जा किया है और बहुमत प्राप्त किया है। मगर उनके सामने अभी भी सरकार ने बनाने के लिए कई बड़ी चुनौतियां सामने आने वाली हैं।
अब सरकार बनाने के लिए भाजपा को सभी पार्टियों को साथ लेकर चलना होगा, क्योंकि अगर एक दल ने भी अपना पैर पीछे खींचा तो मोदी के हाथ से सत्ता जा सकती है। चलिए आपको बताते हैं कि उन सिनेरियो के बारे में जिससे एनडीए और इंडिया गठबंधन सरकार बना सकते हैं।
ऐसे बनेगी सरकार
पहला सिनेरियो- लोकसभा परिणाम में एनडीए को 292 सीटें मिली थीं, जिसमें टीडीपी पार्टी की 16 सीटों की हिस्सेदारी है। ऐसे में चंद्र बाबू की की पार्टी अगर एनडीए गठबंधन का साथ छोड़ती है और इंडिया गठबंध के साथ जाती है, तो एनडीए के पास 276 सीटें बचेंगी। यानी बहुमत से 4 सीटें ज्यादा। ऐसे में एनडीए की सरकार बन जाएगी। 292-16 = 276 (बहुमत से 4 अधिक)
दूसरा सिनेरियो यह बन रहा है कि एनडीए की 292 सीटों में से नीतीश की जदयू के पास 12 सीटें हैं, ऐसे में अगर जदयू इंडिया गठबंधन के साथ जाता है, तब भी उनके पास 280 सीटें रहेंगी। यानी बहुमत से 8 सीटें ज्यादा। इस स्थिति में भी एनडीए अपनी सरकार पूर्ण बहुमत के साथ आसानी से बना लेगा। 292-12=280 (बहुमत से 8 ज्यादा)
BIG: Chandrababu Naidu publicly expresses support for BJP led NDA Alliance. Chandrababu Naidu to media: “Don’t bother. You are very loud. You want news always. I am also experienced. I’ve seen so many political changes in this country. We are in NDA. I am going for NDA meeting.” pic.twitter.com/UbZeAB51Xj
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) June 5, 2024
तीसरा सिनेरियो यह बन रहा है कि अगर टीडीपी और जदयू दोनों एनडीए का साथ छोड़ देते हैं तो ऐसे में उनकी 292 सीटों में से 28 सीटें कम हो जाएंगी। दरअसल, टीडीपी को 16 और जदयू को 12 सीटें मिली हैं। अगर 292 में से सीधा 28 सीटें कम कर दें तो एनडीए बहुमत से 8 सीटें पीछे रह जाएगी। TDP(16) + जदयू (12) = 28। बता दें कि अब 292-28 = 264 (एनडीए इस स्थिति में बहुमत से 8 सीटें पीछे रह जाएंगी, लेकिन NDA बड़ा गठबंधन बरकरार रहेगा)
पहले और दूसरे सिनेरियो में एनडीए के पास बहुमत है। ऐसे में प्री पोल एलायंस को बहुमत मिलने की स्थिति में राष्ट्रपति, एनएडीए को सरकार बनाने के लिए पहले बुलावा भेजा जाएगा। गठबंधन के नेता होने के कारण नरेंद्र मोदी पीएम पद की शपथ लेंगे।
हालांकि तीसरे सिनेरियो में एनडीए गठबंधन बहुमत से पीछे रहेगी, लेकिन इस स्थिति में भी वह सबसे बड़ा गठबंधन होगा, जिसके बाद राष्ट्रपति सबसे पहले उन्हें सरकार बनाने के लिए इनवाइट करेंगे। इस स्थिति में भी नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। हालांकि, एनडीए को अपना पूर्ण बहुमत साबित करने के लिए 8 सीटों की जरूरत होगी। ऐसे में वह निर्दलीय और कई छोटे-छोटे दल, जो कि किसी भी गठबंधन में शामिल नहीं हैं उनसे संपर्क कर सकते हैं। आपको बता दें कि ऐसे कुल मिलाकर 18 सीटें मिली हैं। जबकि एनडीए को बहुमत साबित करने के लिए सिर्फ 8 सीटों की जरूरत हैं।
क्या इंडिया ब्लॉक सरकार बना सकता है?
पहला सिनेरियो: जदयू के पास 12 सीटें हैं, अगर वह इंडिया गठबंधन के साथ आती है तो ऐसे में उनका आंकड़ा 234 से 246 पहुंच जाएगा। हालांकि इसके बावजूद वह बहुमत के आंकड़े से 28 सीटें पीछे रह जाएगी। 234+12 = 246 ( इंडिया गठबंधन बहुमत से 28 सीटें पीछे)
दूसरा सिनेरियो: इंडिया गठबंधन को टीडीपी पार्टी का साथ मिलता है तब उनका आंकड़ा 250 पहुंच जाएगा। दरअसल टीडीपी को इस बार लोकसभा चुनाव में 16 सीटें मिली थीं। अगर इंडिया को टीडीपी का साथ मिलता है इसके बाद भी वह बहुमत के आंकड़े से 22 सीटें पीछे रह जाएगी। 234+16= 250 ( इंडिया बहुमत से 22 सीटें पीछे)
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वहीं, तीसरा सिनेरियों में इंडिया गठबंधन को TDP और जदयू का साथ भी मिलता है, तब भी उनकी सीटें मिलकरा गठबंधन की सिर्फ 262 सीटें ही हो पाएगी। ऐसे में वह बहुमत से 10 सीटें पीछे रह जाएगी। TDP + जदयू यानी 16+12 = 28, अब 234+28 = 262 ( इंडिया गठबंध बहुमत से 10 सीटें पीछे)
जबकि चौथे सिनेरियो में जदयू, TDP और लोजपा (राम विलास) की पार्टी अगर इंडिया गठबंधन के साथ जुड़ती है तो ऐसे में भी वह सरकार बनाने के लिए पांच सीटें पीछे रह जाएगी। दरअसल टीडीपी को 16, जदयू की 12 और लोजपा (राम विलास) की 5 सीट मिलाकर भी 33 सीटें हो रही हैं। 234+33=267 सीटें होगी (इंडिया गठबंधन से 5 सीटें पीछे)
सबसे बड़े दल को पहले बुलाएंगे राष्ट्रपति
चुनाव के रिजल्ट ने साफ कर दिया है कि लगातार तीसरी बार नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री की शपथ ग्रहण करने वाले हैं। संवैधानिक रूप से भी नरेंद्र मोदी का पलड़ा काफी भारी है। दरअसल, राष्ट्रपति परंपरा के मुताबिक सबसे बड़ी पार्टी या सबसे बड़ा गठबंधन को ही सरकार बनाने के लिए पहले बुलाया जाता है।
इस चुनाव में एनडीए को टोटल 292 सीट पर जीत मिली है. जिसके बाद NDA सबसे बड़ा गठबंधन है जबकि अकेले भारतीय जनता पार्टी को जनता ने 240 सीटों पर विजय बनाया है इसके बाद वह सबसे बड़ा दल।
अगर इसके बावजूद NDA के साथी कुछ खेला करते हैं और इंडी एलायंस बहुमत का दावा करता है, तो इस स्थिति में भी राष्ट्रपति अपनी संवैधानिक शक्तियों का यूज करके पहले BJP को बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार बनाने के लिए बुलाएगी।
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