त्रिपुरा राज्य के मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने बीते शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद विधायक दल की बैठक में डॉ माणिक साहा को राज्य का नया मुख्यमंत्री चुनाव गया है। इससे पहले भी बीजेपी कई राज्यों के मुख्यमंत्री बदल चुकी है। तो कई बार राजनैतिक दल चालाकी से सरकार गिरा चुके है। आज हम आपको यही बताने जा रहे है कि आखिर मुख्यमंत्री कैसे बनता है और मुख्यमंत्री को चुनने का, बनाने का और उसे हटाने का नियम क्या है। इसके लिए क्या योग्यता की जरूरत होती है। कब और कैसे किसी मुख्यमंत्री को हटाया जा सकता है। और नया मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
बीजेपी बीते महीनों में कर्नाटक से बी एस येदियुरप्पा, असम में सर्बानंद सोनोवाल, उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत, फिर तीरथ सिंह रावत को हटाकर दूसरे नेता को मुख्यमंत्री बना चुकी है। इसके अलावा पिछले कुछ सालों में मध्य प्रदेश और कर्नाटक जैसे राज्यों में सरकार गिर गई और विपक्षी पार्टी ने अपनी सरकार बना ली। और अब हाल ही में त्रिपुरा के सीएम बिल्पब देब को हटाकर डॉ माणिक साहा को राज्य का नया मुख्यमंत्री बना दिया।
क्या है मुख्यमंत्री बनने की योग्यता?
मुख्यमंत्री बनने के लिए कुछ योग्यताओं की आवश्यकता होती है। जैसे कि सीएम बनने के लिए विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य होना चाहिए। विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए कम से कम उम्र 25 साल और विधान परिषद का सदस्य बनने के लिए कम से कम 30 साल उम्र होनी चाहिए। दोनों सदनों में से किसी एक का सदस्य होने वाला सीएम पद की शपथ ले सकता है। इसके अलावा संविधान के नियमों के अनुसार बहुमत वाला पार्टी द्वारा प्रस्तावित किए गए नेता जोकि किसी सदन का सदस्य न हो उसे राज्यपाल अपने विवेक से मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला सकता है। लेकिन सीएम बनने के छह महीने वाद उसे किसी एक सदन का सदस्य बनना होता है।
कैसे हटाए जा सकते हैं मुख्यमंत्री?
अब बात करते है कि किसी मुख्यमंत्री को कैसे हटाया जा सकता है। दरअसल, मुख्यमंत्री एक विधायक दल का नेता होता है। विधायकों के समर्थन से ही सीएम चुना जाता है। अगर कोई दल अपना मुख्यमंत्री बदलना चाहती है तो वह अपने विधायकों से और मुख्यमंत्री से बात करती है। वही राजनैतिक दल एक तरह से सर्वोपरी होता है इसलिए विधायकों को पार्टी की बात माननी होती है। इसके बाद सीएम अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप देता है। इसके बाद विधायक दल की बैठक होती है जिसमें नया सीएम चुना जाता है। इसके बाद सभी विधायक राज्यपाल से सरकार बनाने का दावा पेश करते है।
कौन है त्रिपुरा के नए सीएम
माणिक साहा त्रिपुरा में भाजपा के बड़े चेहरों में से एक हैं। वो त्रिपुरा बीजेपी के अध्यक्ष हैं और त्रिपुरा से ही राज्यसभा के सांसद हैं। माणिक साहा त्रिपुरा क्रिकेट असोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं। माणिक साहा पेशे से डॉक्टर हैं और वो राजनीति शुरू करने से पहले त्रिपुरा मेडिकल कॉलेज में पढ़ा भी चुके हैं। साहा ने भाजपा में आने से पहले कांग्रेस की राजनीति भी की है। साहा भाजपा में साल 2016 में में शामिल हुए थे। साहा 2020 से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। साहा को जनवरी 2020 में बिप्लब देब की जगह ही भाजपा की त्रिपुरा इकाई का अध्यक्ष चुना गया था। अब उनको देब की जगह ही मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है।