भिंड। प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग की बदहाली किसी से छुपी नहीं है। गांव-अंचल के अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था का बुरा हाल है। यहां के सरकारी अस्पतालों से लोगों का भरोसा उठ गया है। शुक्रवार को यहां अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण एक नवजात बच्चे की जान चली गई। प्रसूता को जब अस्पताल ले गए तो अस्पताल बंद मिला। इसके बाद चिकित्सक के आवास पर ले जाते समय नवजात ने दम तोड़ दिया। वहीं प्रसूता की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस लापरवाही पर सीएमएचओ डॉ. अजीत मिश्रा ने मिहोना बीएमओ डॉ. अंकित चौधरी को नोटिस दिया है। इस मामले के बाद अस्पताल प्रबंधन की आलोचना हो रही है।
यह है पूरा मामला
भिंड जिले में आने वाले खितौली गांव की रहने वाली 23 वर्षीय अर्चना पत्नी मुकेश अहिरवार को अचानक रात में प्रसव पीड़ा हुई। घरवालों ने एंबुलेंस को फोन लगाया लेकिन रात में एंबुलेंस नहीं आ पाई। ऐसे में अर्चना के चाचा कैलाश नारायण ने प्रसूता को बाइक पर बिठाकर मिहोना अस्पताल पहुंचाया। जब प्रसूता के परिजन उसे लेकर मिहोना अस्पताल पहुंचे तो देखा कि अस्पताल बंद है। वहां कोई भी डॉक्टर की जानकारी देने वाला नहीं मिला। परिजनों ने बताया कि अस्पताल बंद होने के बाद प्रसूता को नगर में रहने वाले डॉक्टर के निजी आवास पर ले जाने लगे। इसी बीच सड़क पर ही प्रसव हो गया। प्रसूता को संभालना मुश्किल हो गया। आनन फानन में पुलिस की डायल हंड्रेड कार को बुलाया गया। इसमें प्रसूता को बिठाकर डॉक्टर के निजी आवास पर ले गए। लेकिन रास्ते में रक्तस्राव ज्यादा होने से नवजात बच्ची की मौत हो गई। वहीं प्रसूता की हालत भी गंभीर बताई जा रही है। रौन में प्राइमरी इलाज के बाद प्रसूता को इलाज के लिए जिला अस्पताल के मैटरनिटी वॉर्ड के लिए रेफर किया गया। यहां अर्चना का इलाज किया जा रहा है।
डायल हंड्रेड ने बचाई प्रसूता की जान
प्रसूता को अस्पताल पहुंचाने वाले चाचा ने हरिनारायण ने बताया कि अस्पताल बंद होने के कारण बच्ची की जान नहीं बचा पाए। हालांकि डायल हंड्रेड की गाड़ी मिल जाने के कारण प्रसूता को रोन अस्पताल पहुंचाकर समय पर इलाज मिलने से उसकी जान बच गई। हरिनारायण ने बताया कि जैसे ही पुलिस को मामले की जानकारी मिली तो तुरंत डायल हंड्रेड की कार आ गई। पुलिस की तत्काल मदद से ही प्रसूता को समय पर इलाज मिल पाया है। प्रसूता के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन को बच्चे की मौत का जिम्मेदार बताया है। वहीं मिहोना सीएमएचओ डॉ. अजीत मिश्रा ने इस लापरवाही के लिए मिहोना बीएमओ डॉ. अंकित चौधरी को नोटिस भेजा है।