हाइलाइट्स
-
MP में हनी ट्रैप का नया हाई प्रोफाइल केस
-
हनीट्रैप से गरमाई थी MP की सियासत
-
सामने आया था सीडी कांड
MP Honey Trap Case: मध्यप्रदेश में हनी ट्रैप का एक और हाईप्रोफाइल केस सामने आया है। आरोपी युवती ने प्रदेश के एक कैबिनेट मंत्री के स्टाफ में पदस्थ रहे ओएसडी को हनीट्रैप के जाल में फंसाया और फिर 2 करोड़ रुपए मांगे। हबीबगंज पुलिस के मुताबिक फरियादी डॉ.जीवन रजक प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट के ओएसडी के तौर पर पदस्थ रह चुके हैं।
MP में हनी ट्रैप का नया हाई प्रोफाइल केस: मंत्री के स्टाफ में पदस्थ रहे OSD को फंसाकर मांगे दो करोड़#MPNews #HoneyTrapCase #Crime
पूरी खबर पढ़ें : https://t.co/sWGsoqqtUW pic.twitter.com/BsZFZ6kzVH
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) June 8, 2024
अफसर ने इस पूरे मामले की शिकायत भोपाल पुलिस में दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने इस पूरे मामले में एफआईआर दर्ज कर आरोपी युवती को हिरासत में ले लिया है।
हनीट्रैप कांड में शिकायतकर्ता एडिशनल कलेक्टर स्तर के अधिकारी बताए जा रहे हैं।
पूर्व स्पीकर के पीए को भी फंसाया
पुलिस के मुताबिक आरोपी युवती रीवा के गोविंदगढ़ की रहने वाली है। खबर के मुताबिक आरोपी युवती पर हनीट्रैप का ये पहला आरोप नहीं है। इससे पहले भी युवती पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गिरिश गौतम के पीए इस जाल में फंसाने की कोशिश कर चुकी है। पूर्व स्पीकर के पीए ने इसकी शिकायत भी पुलिस में दर्ज कराई थी।
हनीट्रैप से गरमाई थी MP की सियासत
आपको बता दें की प्रदेश में हनीट्रैप (MP Honey Trap Case) से जुड़ा ये पहला मामला नहीं है। सितंबर, 2019 में इंदौर नगर निगम के तत्कालीन इंजीनियर हरभजन सिंह पलासिया पुलिस थाने पहुंचे थे।
उन्होंने पुलिस को बताया था कि तीन महिलाएं उन्हें अश्लील वीडियो के नाम पर ब्लैकमेल कर उनसे तीन करोड़ रुपये मांग रही हैं।
पुलिस ने ब्लैकमेल करने वाली भोपाल की एक महिला को अपनी गिरफ्त में लिया था। बाद में पुलिस ने पता लगाया कि आरोपी महिला का पति और निगम इंजीनियर हरभजन अच्छे दोस्त थे।
सामने आया था सीडी कांड
इसके बाद धीरे-धीरे पुलिस ने इस मामले का खुलासा किया। इंदौर पुलिस की जांच के मुताबिक हरभजन सिंह की महिला दोस्त ने नौकरी दिलाने के बहाने एक 18 साल की छात्रा से इंजीनियर की दोस्ती कराई थी।
इसके बाद होटल में छात्रा ने मोबाइल फोन से इंजीनियर और महिला के अश्लील वीडियो बनाए। छात्रा और महिला ने तत्कालीन इंजीनियर को ब्लैकमेल करते हुए तीन करोड़ रुपए की मांग की।
इसके बाद हरभजन सिंह ने पुलिस की मदद ली और महिलाओं को फंसाने का जाल बिछाया। पुलिस ने इंजीनियर से महिला को फोन करवाया और उसे 50 लाख रुपये लेने इंदौर बुलाया।
पूछताछ में आरोपी महिला ने उगले थे कई नाम
17 अक्टूबर 2019 को महिला कार में छात्रा के साथ पहुंची। वहीं, पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया। पुलिस ने इन दोनों से सख्ती से पूछताछ की, जिसमें आरोपी महिलाओं ने भोपाल की कुछ और युवतियों के नाम उगल दिए।
इसके बाद इंदौर एटीएस की टीम ने भोपाल के मिनाल रेसीडेंसी, रेवेरा टाउनशिप में दबिश देकर तीन महिलाओं को हिरासत में लिया।
इन महिलाओं के नाम आरती दयाल, श्वेता स्वपनिल जैन, श्वेता विजय जैन थे। हनीट्रैप के इस पूरे कांड की मास्टरमाइंड ये तीन महिलाएं ही थीं। एटीएस में इस मामले में और भी कई आरोपियों को गिरफ्तार किया।
आरोपी हनीट्रैप के जरिए अधिकारी, नेता, कारोबारी और रसूखदारों को फंसा कर उनसे मोटी रकम ऐंठते थे।
ये खबर भी पढ़ें: MP को मिलेगा 29-0 का इनाम: मोदी कैबिनेट में इन चेहरों की होगी एंट्री ये होंगे ड्रॉप, आज साफ होगी तस्वीर?