नई दिल्ली। आज कल बदलती जीवन Home Remedies For Acidity In Kids शैली-बदलता खान-पान लोगों को health news प्रभावित कर रही है। तो वहीं आज कल एसिडिटी Acidity Pain की समस्या भी आज हो गई हैं। जिसने बड़ों के साथ-साथ बच्चों acidity in kids को भी परेशान करके रखा है। यदि आपके बच्चे भी इससे परेशान हैं तो हम आपको बताने life style news जा रहे 5 ऐसे घरेलू उपाय जिन्हें करके आप बच्चों की परेशानी दूर कर सकते हैं।
अजवाइन - ajvaian
अजवाइन हमारे किचिन में मौजूद एक ऐसी चीज है तो आपके पेट से गैस को छूमंतर कर सकती है। आयुर्वेद में भी एक इसे दवा के रूप में उपयोग किया जाता है। ये शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होती है। ये खाना पचाने में मदद करती है।आपको बता दें यदि आप भी बच्चों को अजवाइन देना चाहते हैं तो एक चौथाई कटोरी पानी को उबालें। जब पानी उबल जाए तो उसमें आधा चम्मच अजवाइन डालें। पानी के अच्छी तरह उबल जाने पर इसे छानकर हल्का गुनगुना पानी बच्चे को दें। बच्चे को अजवाइन की चाय भी दी जा सकती है। बच्चों को अजवाइन कम ही मात्रा में दें।
इलायची – ilaychi
दूसरे नंबर पर आती है इलाइची। आपको बता दें ये इलायची कई गुणों से भरपूर होती है। आयरन, फाइबर, पोटैशियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और विटामिन.सी की मात्रा से भरपूर ये इलायची आपको कई लोगों से बचाती है। आपको बता दें बच्चों को गैस की समस्या होने पर इलायची वाला दूध दिया जा सकता है। इतना ही नहीं बच्चों को खाने में 1 से 2 इलायची मिलाकर भी दी जा सकती हैं। इससे होता ये है कि बच्चों में उल्टी और पाचन से जुड़ी कई समस्याओं से राहत मिल जाती है।
अदरक – garlik
आपको बता दें अदरक एक ऐसी चीज हैं जो पाचन संबंधी समस्याओं के लिए खास माना जाता है। ऐसे में यदि आप भी अपने बच्चों को ये देना चाहते हैं तो इसके लिए अदरक को पीसकर उसका रस निकाल लेें। फिर इसे शहद में मिलाकर दिया जा सकता है। फिर भी इन्हें देने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर ले लें।
जरूर करें पेट की सिंकाई –
जब भी पेट में ऐठन या गैस बनती है तो इस कंडीश नमें पेट में ऐंठन होना आम बात है इसलिए इस कंडीशन में पेट की सिकाई की जा सकती है। ऐसा करने से जल्द राहत मिलती है। इसके लिए तौलिया को गुनगुने पान में भिगोकर निचोड लें। फिर इसे बच्चे के पेट पर रखकर सिकाई करें। इससे पेट में आराम मिलता है।
नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले लें।