रायपुर: नक्सली हमले के बाद केद्र और राज्य दोनों सरकारें एक्शन में आ गई हैं। जगदलपुर पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नक्सलियों के खिलाफ नई रणनीति पर बैठक की। इस लड़ाई में जुटे पुलिस और सुरक्षा बलों के अफसर ने कई नए सुझाव दिए हैं। बैठक के बाद गृहमंत्री ने कहा कि जवानों का ये बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, ये लड़ाई अब और तेज होगी।
उधर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि ये मुठभेड़ नहीं बल्कि युद्ध था। नक्सलियों के गढ़ में 4 घंटे तक सुरक्षा बलों ने लड़ाई लड़ी, नक्सलियों को भी भारी नुकसान हुआ है। ट्रैक्टर से वो लाशें लादकर ले गए हैं। उन्होंने ये भी कहा कि सुरक्षा बल नक्सलियों के गढ़ में काफी अंदर तक पहुंचे चुके हैं। नक्सली अब सीमित क्षेत्र में सिमट कर रह गए हैं और बौखलाहट में हमले कर रहे हैं।
वापसी में रायपुर में घायल जवानों से गृहमंत्री करेंगे मुलाकात
वापसी में शाह रायपुर के अस्पतालों में भर्ती घायल जवानों से मिलेंगे। श्रद्धांजलि के बाद जवानों के शव उनके घरों के लिए रवाना किए जाएंगे। बहरहाल, डीजी सीआरपीएफ कुलदीप सिंह के मुताबिक, इस घटना में अब तक 24 जवान शहीद हो चुके हैं। जबकि इस दौरान माओवादियों को भारी नुकसान हुआ है। इस मुठभेड़ में 25-30 माओवादी ढेर हुए हैं। इस घटना के बाद राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने माओवादियों के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। जबकि छत्तीसगढ़ पुलिस और सीआरपीएफ ने कड़े एक्शन के साफ-साफ संकेत दिए हैं।