हाइलाइट्स
- होम लोन पर 28 लाख रुपये तक ब्याज बचाने का तरीका
- सालाना प्री-पेमेंट से घटेगी लोन अवधि और ब्याज
- फ्लोटिंग रेट होम लोन पर पेनल्टी फ्री प्री-पेमेंट
Home Loan Prepayment Tips: अगर आप होम लोन (Home Loan) ले चुके हैं और चाहते हैं कि इसे जल्दी खत्म किया जाए और ब्याज (Home Loan Interest) में लाखों रुपये की बचत हो, तो आपके लिए यह खबर बेहद काम की हो सकती है। सही रणनीति और स्मार्ट प्लानिंग से आप न सिर्फ लोन जल्दी चुका सकते हैं बल्कि करीब 28 लाख रुपये तक की ब्याज बचत भी कर सकते हैं। आइए समझते हैं पूरा कैलकुलेशन और फायदें।
होम लोन क्यों बनता है बोझ?
घर खरीदना हर किसी का सपना होता है, लेकिन इसके लिए लिया गया Home Loan कई बार जिंदगी का बड़ा हिस्सा घेर लेता है।
लंबी अवधि (Loan Tenure) होने के कारण EMI के साथ-साथ ब्याज की राशि बहुत बड़ी हो जाती है।
ब्याज दर (Home Loan Interest Rate) ज्यादा होने पर लोन लगभग दोगुना तक महंगा पड़ जाता है।
प्री-पेमेंट का जादू (Home Loan Prepayment)
प्री-पेमेंट यानी आंशिक पूर्व-भुगतान (Partial Prepayment), जिसमें आप अपनी EMI के अलावा अतिरिक्त राशि बैंक को चुकाते हैं।
इससे आपकी बकाया लोन राशि (Outstanding Loan) घटती है।
लोन की अवधि (Loan Tenure) कम हो जाती है।
कुल ब्याज भुगतान (Total Interest Payable) पर बड़ी बचत होती है।
कैलकुलेशन: होम लोन पर कैसे करें 28 लाख तक की बचत?
होम लोन विवरण | बिना प्री-पेमेंट | सालाना ₹50,000 प्री-पेमेंट | सालाना ₹1 लाख प्री-पेमेंट |
---|---|---|---|
लोन राशि (Loan Amount) | ₹40 लाख | ₹40 लाख | ₹40 लाख |
ब्याज दर (Interest Rate) | 8.5% | 8.5% | 8.5% |
अवधि (Loan Tenure) | 25 साल | लगभग 18 साल | लगभग 14 साल |
EMI (मासिक किस्त) | ₹32,209 | ₹32,209 + प्री-पेमेंट | ₹32,209 + प्री-पेमेंट |
कुल ब्याज (Total Interest) | ₹56.63 लाख | ₹37.86 लाख | ₹29.05 लाख |
बचत (Savings) | — | ₹18.77 लाख | ₹27.58 लाख |
यानी, अगर आप हर साल सिर्फ ₹1 लाख का प्री-पेमेंट करते हैं तो करीब 11 साल पहले लोन खत्म हो जाएगा और ₹27.58 लाख ब्याज की बचत होगी।
फ्लोटिंग रेट होम लोन में प्री-पेमेंट के फायदे
पेनल्टी नहीं लगती: फ्लोटिंग रेट होम लोन (Floating Rate Home Loan) में किसी भी समय प्री-पेमेंट करने पर बैंक पेनल्टी नहीं लगाता।
ब्याज का बोझ कम होता है: EMI वही रहती है, लेकिन बकाया लोन कम हो जाता है जिससे ब्याज की राशि घटती जाती है।
जल्दी कर्ज़मुक्ति: अतिरिक्त भुगतान से लोन जल्दी खत्म होता है और आर्थिक बोझ हल्का हो जाता है।
फ्लोटिंग रेट होम लोन (Floating Rate Home Loan) वह लोन होता है जिसमें ब्याज दर (Interest Rate) फिक्स नहीं होती, बल्कि समय-समय पर बदलती रहती है। यह ब्याज दर RBI की नीतियों, रेपो रेट और मार्केट की परिस्थितियों के आधार पर घटती या बढ़ती है।
फ्लोटिंग रेट होम लोन की मुख्य बातें
ब्याज दर बदलती रहती है – लोन अवधि (Tenure) के दौरान ब्याज दर ऊपर-नीचे हो सकती है।
EMI या Tenure बदल सकता है – ब्याज दर बढ़ने पर EMI या लोन की अवधि बढ़ सकती है और दर घटने पर EMI या अवधि कम हो सकती है।
प्री-पेमेंट पर पेनल्टी नहीं – ज़्यादातर बैंक फ्लोटिंग रेट होम लोन पर Prepayment या Foreclosure चार्ज नहीं लगाते।
लंबे समय में सस्ता हो सकता है – अगर ब्याज दरें घटती हैं तो फ्लोटिंग रेट लोन फिक्स्ड रेट से सस्ता पड़ सकता है।
अनिश्चितता ज्यादा होती है – क्योंकि भविष्य में ब्याज दर कितनी बढ़ेगी या घटेगी, यह तय नहीं होता।
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