नई दिल्ली। Holi Per Totko Se Bachane Ke Upay एक महीने बाद यानि मार्च में होली का त्योहार आने वाला है। हालांकि त्योहार खुशियां लेकर आता है। लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं जो हर त्योहार पर टोटका करने से नहीं चूकते हैं। यदि आप भी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि आपके साथ तो कहीं कोई टोटका तो नहीं हुआ तो इससे बचने के लिए हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ खास उपाय। जिन्हें करके आप अपने साथ हुए टोटकों से सतर्क रह सकते हैं।
होली पर टोटकों से बचने के उपाय —
- इस दिन सफेद खाद्य पदार्थों से करें परहेज करना चाहिए। कहते हैं टोटकों में इसका उपयोग किया जाता है। करें तो सावधानी बरतें।
- ऐसा कहते हैं कि टोटकों का उपयोग ज्यादातर सिर पर किया जाता है। इसलिए जहां तक संभव हो सिर को ढक कर रखें। इसके लिए कपड़े या टोपी का उपयोग किया जा सकता है।
- कपड़ों का उपयोग भी इसमें होता है। अत: संभव हो तो इस दिन न तो किसी के कपड़े पहने और न ही अपने कपड़े किसी को पहनने दें।
- होलिका दहन के दिन काले तिल काले कपड़ें में बांध कर रखें। फिर होलिका दहन में उसे स्वाहा कर दें। इससे आप पर चले रहे टोटके समाप्त हो जाते हैं।
- अगर आप को नश की आदत हैं तो होलिका दहन के दिन इससे परहेज करें। क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि तंत्र—मंत्र और टोटके का उपयोग नशीली चीजों में भी किया जाता है।
- इस दिन विभिन्न प्रकारों के तंत्र—मंत्र से बचने के लिए तंत्र के दवता यानि श्री बालाजी और काल भैरव की आराधना करना श्रेष्ठ माना जाता है।
इस बार भद्रा की पूंछ में होगा दहन
पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार इस बार होलिका दहन को लेकर अलग—अलग पंचांगों में मतभेद हैं। किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए भद्रा को देखा जाता है। इसी तरह होलिका दहन के लिए भी इसका असर दिखाएगा।
जबलपुर के लोक विजय पंचांग के अनुसार इस बार भद्रा 6 मार्च को दोपहर 3 बजे शुरू हो जाएगी। इसके बाद रात को भद्रा की पूंछ जाएगी। जिसका समय रात 12:10 बजे से 1:22 बजे तक होगा। यानि होलिका दहन भद्रा की जाती पूंछ के समय पर यानि 12:10 बजे से 1:22 बजे के बीच किया जाना शुभ होगा। वैसे तो इसके दूसरे दिन धुरैड़ी यानि होली खेलना माना जाता है। यानि 7 मार्च को धुरैड़ी का त्योहार बताया जा रहा है। पर कुछ पंचांगों के अनुसार 8 मार्च को धुरैड़ी बताई जा रही है।
इस दिन आएगी भाई दूज —
पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार प्रतिपदा तिथि 8 मार्च की शामि 6:45 से आएगी। यानि 9 मार्च को उदया तिथि के साथ भाई दूज मनाई जाएगी।
नोट : इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।