History of hashtags: अगर आप सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं तो कभी न कभी अपने पोस्ट को हाइलाइट करने के लिए हैशटैग का इस्तेमाल तो जरूर किया होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं किसी कीबर्ड को हाइलाइट करने के लिए हम हैशटैग का ही इस्तेमाल क्यों करते हैं। किसी और चीज का इस्तेमाल क्यों नहीं किया जाता है, इसका इतिहास क्या है? ज्यादातर लोगों को इस बारे में नहीं पता होगा।
15 साल पहले किया गया था हैशटैग का इस्तेमाल
बता दें कि सबसे पहले हैशटैग का इस्तेमाल करीब 15 साल पहले 23 अगस्त 2007 को किया गया था। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर (Twitter) पर सबसे पहले इसका इस्तेमाल किया गया था। मजेदार बात यह है कि इसे ट्विटर ने नहीं बल्कि एक शख्स ने शुरू किया था। सबसे पहले ट्विटर पर गूगल के एक पूर्व कर्मचारी क्रिस मेसिना ने इस्तेमाल किया था।
शुरूआत की कहानी काफी दिलचस्प है
हैशटैग की शुरुआत की कहानी काफी दिलचस्प है। ट्विटर के को फाउंडर बिज स्टोन के मुताबिक एक मार्केटिंग स्पेशलिस्ट क्रिस मेसिना जो काफी ट्विटर यूज करते थे एक दिन ट्विटर के दफ्तर आए। ‘तब ट्विटर की शुरुआत हो रही थी और उस वक्त ऑफिस में कोई भी आ सकता था। उन्होंने ऑफिस आकर हमें और ट्विटर के दूसरे कर्माचारियों को एक सलाह दी। जब वो सलाह दे रहे थे तब मैं ट्विटर के एक गंभीर दिक्कत को ठीक करने में लगा था, क्योंकि तब शुरुआती दिन थे और दिक्कतें काफी थीं।’
आईडिया को अनसुना कर दिया गया था
ट्विटर के को फाउंडर आगे कहते हैं, ‘क्रिस मेसिना का प्रोपोजल ट्विटर की तरह ही काफी सिंपल, यूजफुल और बेहतरीन था। उन्होंन हमें पाउंड या हैश कैरेक्टर यूज करने के लिए कहा था जिससे ग्रुप से जुड़े ट्वीट एक जगह दिख सकें। यह काफी बेहतरीन आईडिया था, लेकिन मैने इसे सुनकर अनसुना करते हुए ट्विटर की दिक्कतों को ठीक करने के लिए अपने कंप्यूटर स्क्रीन पर काम करना शुरू कर दिया। क्योंकि ट्विटर इस वजह से बंद हो गया था’
पॉपुलर होने लगा ट्वीट
ट्विटर के को फाउंडर बिज स्टोन कहते हैं, ‘क्रिस मेसिना और हमारी बताचीत मजाक से खत्म हुई और ये मजाक ये था कि, ये एक अच्छा आईडिया है हम इसपर काम करेंगे। बातचीत के बाद वो चले गए और उन्होंने ट्विटर पर इसी आईडिया को फिर से प्रोपोज किया। 23 अगस्त 2007 को उन्होंने पहली बार हैशटैग यूज करते हुए ट्वीट किया। उनका यह ट्वीट पॉपुलर होने लगा और हमने हैशटैग को ट्विटर से हाइपर लिंक कर दिया और सबके लिए इसे आसान कर दिया’