चेन्नई। Hindi Diwas 2022: द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के अध्यक्ष एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने बुधवार को कहा कि तमिल समेत भारतीय भाषाओं को केंद्र सरकार की आधिकारिक भाषा बनाया जाना चाहिए और हिंदी दिवस के बजाय भारतीय भाषा दिवस मनाया जाना चाहिए।
गुजरात में अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संबोधन का हवाला देते हुए स्टालिन ने दावा किया कि शाह ने लोगों से देश की संस्कृति और इतिहास को समझने के लिए हिंदी सीखने की वकालत की है। द्रमुक की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान के मुताबिक स्टालिन ने कहा कि देश में कई भाषाएं बोलने वाले लोग रहते हैं और अमित शाह द्वारा हिंदी की वकालत करना राष्ट्र की विविधता में एकता के आदर्श के खिलाफ है।
गौरतलब है कि केंद्र द्वारा हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। स्टालिन ने ‘हिंदी थोपने’ के खिलाफ अपनी पार्टी के ऐतिहासिक रुख का उल्लेख करते हुए कहा कि ‘इंडिया’ (भारत) अपनी अखंडता के लिए जाना जाता है और ‘हिंदिया’ के नाम पर देश को विभाजित करने के उद्देश्य से कोई प्रयास नहीं होना चाहिए। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री से मांग की कि संविधान की आठवीं अनुसूची में सूचीबद्ध तमिल सहित सभी 22 भारतीय भाषाओं को केंद्र सरकार की आधिकारिक भाषा बनाया जाए। स्टालिन ने शाह से आग्रह किया, “मैं आग्रह करता हूं कि हिंदी दिवस मनाने के बजाय भारतीय भाषा दिवस मनाकर संस्कृति और इतिहास को मजबूत किया जाए।”