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Hijab Row: इन देशों में पहले से है हिजाब पर बैन, कई मुस्लिम देश भी हैं इसमें शामिल

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Bansal Digital Desk
Hijab Row: इन देशों में पहले से है हिजाब पर बैन, कई मुस्लिम देश भी हैं इसमें शामिल

Hijab Row: कर्नाटक हाईकोर्ट (Karnataka High Court) ने हिजाब विवाद (Hijab Row) में सुनवाई करते हुए कहा कि जब तक कोर्ट इस मामले में कोई फैसला नहीं सुनाता, तब तक छात्र धार्मिक पोशाक पहनने की जिद ना करें। वहीं अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंच गया है। हाईकोर्ट के अंतरिम आदेश को शीर्ष अदालत में चुनौती दी गई थी। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में कहा कि हमें सबकी संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए। लेकिन कोर्ट ने इस मामले में फिलहाल सुनवाई करने से इंकार कर दिया और कहा कि हाई कोर्ट के फैसले के बाद ही वे इस मामले में दखल देंगे।

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मालूम हो कि कर्नाटक में जारी हिजाब विवाद की आग ने अब पूरे देश में बहस का दौर शुरू कर दिया है। दुनिया में भी कई जगह पर अभी इसी बात पर बहस छिड़ गई है कि क्या कर्नाटक की छात्राओं की मांग जायज है या फिर सरकार का रुख सही है। इस बहस के बीच आइए जानते हैं कि हिजाब को लेकर दूसरे देशों में क्या नियम हैं।

फ्रांस

सबसे पहले बात करते हैं फ्रांस की, यह यूरोप महाद्वीप का पहला देश है, जहां पर सबसे पहले साल 2004 में स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध लगाया गया था। इसके बाद साल 2011 में फ्रांस सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर भी चेहरा ढकने पर प्रतिबंध लगा दिया। यही नहीं फ्रांस में हिजाब पहनने या पूरा चेहरा ढकने पर करीब 13 हजार रूपये के जुर्माने का प्रावधान भी है। वहीं अगर कोई व्यक्ति किसी महिला को हिजाब पहनने या चेहरा ढकने के लिए बाध्य करता है, तो उस पर 26 लाख रूपये के जुर्माने का प्रावधान है।

रूस

रूस ने भी साल 2012 में स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसके बाद ये मामला वहां की सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया था। कोर्ट ने अपने फैसले में सरकार के आदेश को सही ठहराया था और हिजाब पहनने पर बैन लगा दिया था।

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चीन

पड़ोसी देश चीन में भी स्कूलों में हिजाब पर बैन है। शी जिनपिंग की सरकार ने धार्मिकता को परिभाषित करने वाले पहनावे को स्कूल और सरकारी कार्यालयों में बैन कर दिया है। अगर कोई इसका उल्लंघन करता है तो उसे इन जगहों पर एंट्री नहीं दी जाती है।

डेनमार्क

डेनमार्क संसद ने वर्ष 2017 में सार्वजनिक स्थानों पर चेहरा ढकने पर रोक लगाई थी। अगर कोई डेनमार्क में चेहरा ढकता है तो उस पर पहली बार करीब 12 हजार रुपये का जुर्माना है और दोबारा पकड़े जाने करीब 85 हजार रुपये ज़ुर्माना है। इसी तरह बेल्जियम...नीदरलैंड...बुलगेरिया. जर्मनी..कनाडा ऐसे देश हैं जहां हिजाब या चेहरा ढकने पर प्रतिबंध है ।

मुस्लिम देशों ने भी लगा रखा है बैन

अगर मुस्लिम देशों की बात की जाए तो सीरिया और इजिप्ट जैसे देशों के विश्वविद्यालयों में पूरा चेहरा ढकने पर प्रतिबंध लगा रखा है। कोसोवो में लड़कियां हिजाब पहन कर स्कूल नहीं जा सकतीं। इसके अलावा ट्यूनीशिया, मोरक्को अज़रबैजान, लेबनान और सीरिया जैसे देशों में हिजाब को लेकर कड़े नियम बनाए गये हैं।

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ऐसे शुरू हुआ विवाद

कर्नाटक में हिजाब विवाद जनवरी के महीने में शुरू हुआ था। तब छह छात्राओं को हिजाब पहनने के कारण कक्षा में प्रवेश नहीं करने दिया गया था। उसी घटना के बाद से प्रदर्शन शुरू हुआ था और देखते ही देखते कई कॉलेज और स्कूल तक ये फैल गया। हालात ऐसे हैं कि कई जगहों पर स्कूल-कॉलेज बंद करने पड़े हैं।

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