भोपाल। प्रदेश समेत पूरे देश में कोरोना के कहर से लोग परेशान हैं। रोजाना हजारों की संख्या में नए मरीज सामने आ रहे हैं। हाल ही में हैदराबाद के जू में 8 शेरों में कोरोना के लक्षण देखे गए थे। इसके बाद भोपाल समेत पूरे प्रदेश के टाइगर रिजर्व, सेंचुरी और चिड़ियाघरों के लिए हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। अब भोपाल के वन विहार में वन्य प्राणियों के कमरों को भी रोजाना सेनेटाइज किया जा रहा है। साथ ही कोरोना के खतरे से बचाने के लिए वन्य जीवों को उबला हुआ मांस दिया जा रहा है।
इसके साथ ही वन्य जीवों की देकरेख करने वाले सभी कर्मचारियों को कोरोना की वैक्सीन भी लगा दी गई है। इंदौर, ग्वालियर के चिड़ियाघर प्रबंधन ने वन्य प्राणियों को मिनरल्स और एंटीवायरल दवाएं देना शुरू कर दी हैं। कोरोना को ध्यान में रखते हुए वन्यजीवों का खास ध्यान रखा जा रहा है। वाइल्डलाइफ के अधिकारियों ने बताया कि सतपुड़ा, बांधवगढ़, कान्हा, पेंच, संजय डुबरी सहित सभी टाइगर रिजर्व, सेंचुरी आगामी आदेश तक बंद कर दिए हैं।
सुरक्षा एडवाइजरी जारी…
यहां अप्रैल के पहले हफ्ते से ही एनटीसीए की सुरक्षा एडवाइजरी लागू कर दी गई है। इसके साथ ही सभी जीवों की नियमित जांच की जा रही है। हालांकि अभी तक प्रदेश में किसी भी जीव में कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए हैं। हाल ही में हैदराबाद के एक जू में 8 शेरों में कोरोना के लक्षण पाए गए थे। इसके बाद जीवों को भी कोरोना संक्रमण से बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए वन विभाग द्वारा जीवों का खास ध्यान रखा जा रहा है।
जीवों का ध्यान रखने वाले कर्मचारियों को भी कोरोना की वैक्सीन लगा दी गई है। साथ ही जीवों का नियमित रूप से परीक्षण किया जा रहा है। जीवों को खाने के लिए मांस को भी उबालकर दिया जा रहा है। इसके साथ जीवों के कमरों को भी सेनेटाइज किया जा रहा है। कोरोना के खतरे को ध्यान में रखते हुए जीवों को मिनरल्स और एंटीवायरल दवाएं भी खिलाई जा रही हैं। बता दें कि कोरोना संक्रमण अब केवल इंसानों तक ही सीमित नहीं है। अब वन्य जीवों में भी इसका खतरा मंडराने लगा है।