MP Weather: मध्यप्रदेश में इस समय 3 सिस्टम एक्टिव हैं। कुछ जिलों में बारिश का दौर जारी है, तो वहीं कहीं-कहीं बौछारें पड़ रही हैं। मौसम विभाग के मुताबिक 18 अगस्त तक भारी बारिश होने की संभावना नहीं है। 19 अगस्त से एक बार फिर भारी बारिश का दौर शुरू होने वाला है।
इसलिए हल्की और तेज बारिश
मौसम विभाग के अनुसार नॉर्थ-वेस्ट राजस्थान में साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिलव है। मानसून ट्रफ मध्यप्रदेश से सीधी होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। 2 दूसरे साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी एक्टिव हैं। इसलिए प्रदेश में कहीं हल्की और कहीं तेज बारिश हो रही है।
अगले 24 घंटे के लिए अलर्ट
मौसम विभाग ने इन जिलों में अगले 24 घंटे में बारिश का अलर्ट जारी किया है। दतिया, टीकमगढ़, सतना, चित्रकूट, उमरिया और निवाड़ी ओरछा में बिजली के साथ भारी बारिश की संभावना है। ग्वालियर, भिंड, छतरपुर खजुराहो, पन्ना, रीवा, मऊगंज, मैहर, सीधी में हल्की बारिश हो सकती है।
सिंगरौली, शहडोल, अनुपपुर अमरकंटक, मंडला, डिंडोरी, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्ना, बैतूल, खंडवा ओंकारेश्वर, बुरहानपुर, शिवपुरी, अशोकनगर, कटनी, जबलपुर भेड़ाघाट, भोपाल में भी हल्की बारिश होने की संभावना है। गुना, मुरैना, सागर, दमोह, नरसिंहपुर, नर्मदापुरम, रायसेन भीमबेटिका, सीहोर, हरदा, विदिशा उदयगिरि, खरगोन, रतलाम, नीमच, मंदसौर, देवास, इंदौर, उज्जैन, आगर, राजगढ़, शाजापुर, बड़वानी में भी बारिश हो सकती है।
शुक्रवार को कितनी बारिश
शुक्रवार को गुना में सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक 101 मिलीमीटर बारिश हुई। पचमढ़ी में ढाई इंच से ज्यादा बारिश हुई। सीधी में पौने इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। बैतूल, ग्वालियर, इंदौर, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, दमोह, खजुराहो, मंडला, नरसिंहपुर, रीवा, सागर, सिवनी, उमरिया, मलाजखंड में भी पानी गिरा। प्रदेश के 17 जिलों में बारिश हुई। बारिश हुई। शुक्रवार को प्रदेश के 17 जिलों में बारिश हुई।
19 अगस्त से बन रहा लो प्रेशर एरिया
मौसम विभाग (MP Weather) के अनुसार पश्चिम बंगाल में बना लो प्रेशर एरिया आने वाले दिनों में तीव्र होगा। इससे पूर्वी और मध्य भारत में तेज बारिश होगी। इसका सबसे ज्यादा असर राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्से और ओडिशा में देखने मिलेगा। 19 अगस्त को लो प्रेशर एरिया एक्टिव होने से मध्यप्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी दोनों हिस्सों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मानसून की ट्रफ लाइन उत्तर के बाद एक बार फिर मध्य भारत की ओर आ रही है।
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अब तक प्रदेश में औसत से 15 प्रतिशत ज्यादा बारिश
मध्यप्रदेश में अब तक औसत से 15 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है। पूर्वी इलाके में 13 और पश्चिमी इलाके में 16 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। अगर भारी बारिश का सिस्टम फिर एक्टिव होता है तो औसत बारिश का आंकड़ा और बढ़ सकता है।