Heat Wave se Bachav ke Upay: मध्य प्रदेश सहित पूरे देश में नौतपा की शुरुआत हो चुकी है। नौतपा के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ रही है। मौसम विभाग के अनुसार, नौतपा अगले नौ दिन तक जारी रहेगी। जबकि अत्यधिक गर्मी के कारण लोग पहले से ही हीटवेव का शिकार हो रहे हैं। सामान्य जनजीवन पर इसका व्यापक असर पड़ा है। नौतपा के कारण यह और बढ़ने की आशंका है।
यह भी पढ़ें- Nautapa 2023: वैज्ञानिक दृष्टि से किसे कहते हैं नौतपा
बता दें, जब सूर्य घूमते हुए पृथ्वी की विषुवत रेखा से उत्तर की ओर आ जाता है और कर्क रेखा के पास पहुंचता है, तो सूर्य की किरण 90 डिग्री के कोण पर पृथ्वी पर पड़ती है। ये किरणें तेज, उच्च तापमान से भरी, झुलसाने वाली और काफी प्रभावशाली होती हैं।
चूंकि कर्क रेखा मध्य प्रदेश से होकर गुजरती है, लिहाजा यहां नौतपा के कारण अत्यधिक गर्मी से लोग हीटवेव और हीट-स्ट्रोक के शिकार हो जाते हैं। आइए जानते हैं, हीटवेव से बचने के उपाय।
हीटवेव से बचाव के उपाय – Heat Wave se Bachav ke Upay in Hindi
— दिन 12 बजे से लेकर अपराह्न के 4 बजे तक जहां तक संभव को धूप में जाने और सफ़र करने से बचना चाहिए।
— यदि इस अवधि में बाहर निकलना ही पड़े तो, पूरे कपड़े से शरीर को ढंक कर निकलना चाहिए। इसके लिए सूती और खादी के कपड़े सबसे उपयुक्त हैं। नंगे पैर बाहर न निकलें।
— सिर को हीटवेव से बचाना बहुत जरुरी है। इसके लिए सिर को अंगोछा, टोपी, दुपट्टा और स्कार्फ से हमेशा ढंक कर रखना चाहिए। चेहरे पर मास्क भी लगाना जरुरी है।
— आंखों की बचाव के लिए सनग्लास यानी धूप के चश्मे का प्रयोग करना चाहिए। हीटस्ट्रोक और हीट बर्न से त्वचा को जलने से बचाने के लिए सन-स्क्रीन लोशन का इस्तेमाल करना चाहिए।
— जो व्यक्ति मिर्गी, दमा, दिल, किडनी और लिवर की बीमारी से ग्रस्त है, उन्हें डॉक्टर से परामर्श किए बिना बाहर नहीं निकलना चाहिए।
— जब भी बाहर निकले साथ में पानी लेकर जरुर चलें। प्यास न भी लगी तो भी पानी पीते रहना चाहिए। क्योंकि, हीटवेव के कारण शरीर से पसीना बहुत निकालता है। इससे शरीर में पानी की कमी यानी डिहाइड्रेशन हो जाता है।
— पानी की कमी को दूर करने और खुद को हाइड्रेटेड रखने के लिए ओआरएस (ORS – Oral Rehydration Solution), घर के बने पेय जैसे नींबू पानी, छाछ, लस्सी आदि लेते रहे। आप फलों का जूस या नारियल पानी भी ले सकते हैं।
— सूर्य की तेज किरणें शरीर पर सीधे न पड़े, इसके लिए छाते का इस्तेमाल करें। एक बार में लंबी दूरी तक पैदल चलने के बजाय पेड़ों और इमारतों की छाया में थोड़ी देर ठहर-ठहर कर चलें।
— घर से कभी भी खाली पेट निकलने की बजाय कुछ अन्नाहार कर के ही निकलें। खाली पेट में हीटवेव का असर अधिक होता है।
— हीटवेव का असर केवल घर से बाहर ही नहीं बल्कि घर एक अंदर भी होता है। पीक टाइम में घरों में खाना बनाने से बचना चाहिए। यदि रसोई बना रहे हैं, तो खिड़की और दरवाजे खोल कर रखें। वेंटिलेशन यानी हवा की निकासी का पूरा ध्यान रखें।
— हाई प्रोटीन, अधिक नमकीन, मसालेदार और ऑयली खाना खाने से परहेज करें।
— बच्चों और पालतू पशुओं को खड़ी कार या गाड़ियों में अकेला न छोड़े।
यह भी पढ़ें- MP Weather: क्या नौतपा की शुरूआत होगी बारिश के साथ, भोपाल में 25 से 28 मई तक तेज बारिश
हीटवेव से प्रभावित व्यक्ति का उपचार
- पीड़ित व्यक्ति के सिर पर गीला कपड़ा रखें, ताकि मस्तिष्क पर तापमान कम रहे। सिर पर पानी की धार डाल सकते हैं. बदन को गीले कपड़े से पोंछते रहे।
- हाथ और पांव की लगातार मालिश करते रहे. ओआरएस घोल पिलाएं या नींबू पानी या शरबत देते रहे। इससे शरीर जल्द ही रिहाइड्रेट हो जाता है।
- उचित और शीघ्र उपचार के लिए पीड़ित व्यक्ति को जल्द से जल्द नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या हॉस्पिटल लेकर जाएं।
- यदि शरीर का तापमान कम नहीं हो रहा हो, सिरदर्द, चक्कर, कमजोरी, उल्टी अधिक हो रहा हो, तो तुरंत एबुंलेंस को बुलाकर अस्पताल लेकर जाएं.
ये भी पढ़ें:
SSC CHSL 2023: आयोग ने बढ़ाई पदों की संख्या, जानिए कितनी संख्या पर अब होगें आवेदन
Satyendra Jain Health Update: बाथरूम में फिसलकर गिरे आप नेता सत्येंद्र जैन,अस्पताल में भर्ती
Jhiram Ghati Naxal Attack 25 Years: शहीद स्मारक लालबाग पहुंचे CM भूपेश बघेल, BJP पर साधा निशाना
Rocky and Rani Love Story: सामने आया फिल्म का पहला लुक, मिलिए नई जोड़ी रॉकी और रानी से
MP College Admission 2023: प्रदेश में शुरू हुए कॉलेजों में एडमिशन, जानिए पूरी प्रक्रिया डिटेल में
Heat Wave se Bachav ke Upay, हीटवेव से बचाव के उपाय, Ways of Prevention from Heat Wave