जशपुर। छत्तीसगढ़ में पिछले 24 दिनों से अपनी पांच सूत्रीय मांग को लेकर स्वास्थ्य कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। हड़ताल कर रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों पर जिला प्रसाशन अब बड़ी कारवाई करने का मन बना रहा है। इधर जशपुर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रंजीत टोप्पो ने हड़ताल में शामिल रेगुलर मद के सभी स्वास्थ्यकर्मियों को अंतिम नोटिस जारी किया है।
अनुबंध समाप्त करने की दी चेतावनी
नोटिस में कहा गया है कि अगर स्वास्थ्य कर्मी जल्द हड़ताल खत्म कर काम पर नहीं लौटे तो चिकित्सको का अनुबंध समाप्त कर या फिर निलंबन की कारवाई की जाएगी।
40 हजार स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर
दरअसल, पिछले कई दिनों से जशपुर में 800 से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मी आंदोलन कर रहे हैं। वहीं प्रदेशभर में करीब 40 हजार स्वास्थ्यकर्मी हड़ताल पर है। स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल से मरीजों को इलाज न मिलने परिजनों को परेशानी का समाना करना पड़ रहा है।
5 हजार स्वास्थ्यकर्मी बर्खास्त
बता दें कि प्रदेशभर में अब तक 5 हजार से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मचारियों को बर्खास्त किया जा चुका हैं। इस दौरान कर्मचारियों ने कई प्रकार से सरकार तक अपनी मांगे पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन वो सफल नहीं हो पाए। इसलिए स्वास्थ्यकर्मी प्रदेश के जिला मुख्यालय सहित राजधानी रायपुर में अपनी मांग को मनमाने के लिए अब भी आंदोलनरत् हैं।
जिले में स्वास्थ्य कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ रंजीत टोप्पो ने स्वास्थ्य कर्मचारियों को काम पर लौटने की अपील की है।
पांच बच्चों को पढ़ाने के लिए तीन शिक्षक
जशपुर। जिले में शिक्षा व्यवस्था की पोल खुलती दिखाई दे रही है। कहीं छात्र-छात्राओं की संख्या कम है। शिक्षक ज्यादा तो कहीं बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं हैं। मामल पत्थलगांव का है। यहां दिवानपुर के एक सरकारी स्कूल में बच्चों की संख्या पांच है और शिक्षकों की संख्या तीन जिनमें से इक्का दुक्का बच्चे ही स्कूल पहुंचते हैं।
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यानि सरकार को लाखों का नुकसान होते साफ दिखाई दे रहा है। जिले में ऐसे कई स्कूल हैं जिनकी ऐसी ही हालत है। तो वहीं कुछ स्कूल ऐसे भी हैं। जहां बच्चे तो पढ़ने आते हैं। लेकिन पढ़ाने वाले शिक्षकों की कमी है।
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