हाइलाइट्स
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आप हेल्थ इंश्योरेंस की पॉलिसी रखते हैं तो यह खबर आपके काम की है
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आपके हेल्थ इंश्योरेंस की पॉलिसी के प्रीमियम में इजाफा होने वाला है
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पॉलिसी के प्रीमियम में 10 से 15 फीसदी का इजाफा हो सकता है
Health Insurance Premium: आज के समय में हेल्थ इंश्योरेंस बहुत ही जरूरी है, क्योंकि अस्पतालों में इलाज का खर्च बहुत ही ज्यादा बढ़ गया है। अगर आपके पास हेल्थ इंश्योरेंस नहीं है, तो बीमार होने पर आपकी जेब को इसका अच्छा-खासा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
लेकिन पिछले एक साल में हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी (Health Insurance Policy) का प्रीमियम 10 से 25 फीसदी तक बढ़ गया है और समय के साथ हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम और बढ़ता जा रहा है। ऐसे में आइए जानते हैं वो स्मार्ट तरीके जो आपके हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम कम कर सकते हैं।
कोविड 19 के बाद तेजी से बढ़ा है प्रीमियम
एको जनरल इंश्योरेंस ने कहा है कि कंपनियां प्रीमियम में 10 से 15 फीसदी इजाफा कर सकती हैं। IRDAI ने अब 65 साल से भी अधिक उम्र के लोगों को हेल्थ इंश्योरेंस देने का निर्देश दिया है। चूंकि कस्टमर की बढ़ती हुई उम्र के साथ ही कंपनियों की रिस्क में इजाफा होता है इसलिए प्रीमियम का बढ़ना तय है।
हर 5 साल की उम्र के बाद प्रीमियम 10 से 20 फीसदी बढ़ जाते हैं। वित्त वर्ष 2019 से लेकर 2024 तक औसत प्रीमियम लगभग 48 फीसदी बढ़कर 26533 रुपये हो चुका है। कोविड 19 के बाद इसमें तेजी से इजाफा हुआ है।
इंश्योरेंस कंपनियां भेजने लगी हैं सूचना
इंश्योरेंस रेगूलेटर IRDAI द्वारा वेटिंग पीरियड कम करने के आदेश से खुश हुए पॉलिसी होल्डर्स की खुशी ज्यादा दिन तक नहीं टिकी। असल में IRDAI द्वारा मौजूदा चार सालों से अधिकतम तीन सालों तक वेटिंग पीरियड तय करने का आदेश के बाद पॉलिसी होल्डर्स को इंश्योरेंस कंपनियों के ई-मेल मिलने लगे हैं।
जिसमें कहा जा रहा है कि नए नियमों के बाद उनकी लोकेशन और उम्र के अनुसार प्रीमियम में बढ़ोतरी करने के लिए मजबूर हैं। HDFC ERGO ने अपने ग्राहकों को भेजे मेल में कहा उन्हें प्रीमियम दरें औसतन 7.5% से 12.5% तक बढ़ानी होंगी।
65 की उम्र पार कर चुके लोग भी ले सकेंगे नई पॉलिसी
अब तक बीमा कंपनियों के लिए 65 साल तक के व्यक्ति को Regular Health Cover ऑफर करना जरूरी था। नियमों में बदलाव कर हेल्थ पॉलिसी खरीदने के लिए मैक्सिम एज की शर्त हटा दी गई है। इससे कंपिनयां अब 65 साल से अधिक उम्र के लोगों को भी रेगुलर बीमा पॉलिसी खरीदने से नहीं रोक पाएंगी।
इससे पहले भी कंपनियां बुजुर्गों का स्वास्थ्य बीमा कर रही थीं, लेकिन वह Specialized Policy होती थी। IRDAI के इस फैसले के बाद अब बीमा कंपिनयां senior citizens को ध्यान में रखकर पॉलिसी पेश करेंगी। इससे अधिक कस्टमाइज्ड और Innovative Health Policies मार्केट में आएंगी।