राजस्थान। वैसे तो राजस्थान एक ऐसी जगह Haunted places in rajasthan है जहां हर कोई घूमना चाहेगा। पुरखों की याद की छतरियां, यहां की कला, रेतीले मैदान, कला के बेहतरीन उदाहरण हैं। किलों को देखने का जिक्र होता है तो हर किसी के जहन में राजस्थान का नाम स्वत: ही आ जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि यहां रूह को कंपाने वाली कुछ ऐसी भी जगह भी हैं जहां कोई भूलकर भी नहीं जाना चाहता। हालाकि बंसल न्यूज इसके होने न होेने की कोई पुष्टि नहीं करता।
इन जगहों का होता है जिक्र —
कुलधरा गांव, जैसलमेर –
राजस्थान के जैसलमेर जिले का एक गांव Haunted places in rajasthan ऐसा है जो करीब 170 वर्षों से वीरान पड़ा है। इस गांव का नाम है कुलधरा। जी हां इस कुलधरा गांव में कोई भी इंसान अकेले जाने की हिम्मत नहीं कर पाता है। कहते हैं यहां के लोगों ने एक पापी दीवान से अपनी बेटियों को बचाने के लिए इसे खाली किया था। दिल्ली की परनोमल एजेंसी ने कुलधरा गांव में डिटेक्टरों और भूत-बॉक्स में यहां के मरे हुए लोगों की आवाज रिकॉर्ड की थी। ऐसा भी कहा जाता है कि इसमें उन्होंने अपना नाम भी बताया था। स्थानीय लोगों की माने तो यहां आने वाले पर्यटकों को चूड़ियों की आवाज भी सुनाई दी है।
भानगढ़ का किला, अलवर –
जाने पर लगी है रोक
दूसरे नंबर पर आते हैं ऐसे किले की ओर जिसे भारत ही नहीं बल्कि पूरे एशिया में सबसे डरावनी जगह के रूप में जाना जाता है। हम बात कर रहे हैं जयपुर से 85 किलोमीटर दूर अलवर जिले में स्थित भानगढ़ किले की। कई ऐसे शोधकर्ताओं ने जो भूत-प्रेतों पर शोध करते हैं। इन्होंने इस भानगड़ किले में नकारात्मक शक्तियों के होने की बात कही है। भानगढ़ के इस किले पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण संस्थान ने सूर्यास्त के बाद और सूर्योदय के पहले जाने पर रोक लगा रखी है। कहते हैं कि रात में यहां भूतों का साया होता है। इस दौरान यहां किसी के चिल्लाने, रोने, चूड़ियों के खनकने की आवाज़ें सुनाई देती हैं। इतना ही नहीं कई तरह की छाया भी दिखाई देती हैं।
राणा कुम्भा महल, चित्तौड़गढ़ –
700 महिलाओं ने एक साथ किया था आत्मदाह
तीसरे नंबर पर आता है चित्तौड़गढ़ का किला। जिसे राणा कुम्भा महल के नाम से जाना जाता है। 15वीं शताब्दी में बने इस किले का निर्माण हुआ था। राजस्थान के इस महल को वर्तमान में राणा कुम्भा महल के नाम से जाना जाता है। राजा महाराणा कुम्भा ने अपना शाही जीवन इसी किले में बिताया। दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी द्वारा इस महल पर हमला किया जाने के दौरान यहां की महारानी पद्मिनी ने 700 महिला अनुयायियों के साथ जौहर (आत्मदाह) कर लिया था। कई पर्यटकों द्वारा इस महल में भूतों के होने का अहसास किया जा चुका है। जिसके चलते इसे राजस्थान की डरावनी जगहों में इसलिए शामिल किया गया है।
नाहरगढ़ किला, जयपुर –
संगठन के मालिक की हुई थी हत्या
जयपुर में अरावली की पहाड़ियों पर स्थित नाहरगढ़ किल का निर्माण जयपुर के महाराजा सवाई मानसिंह ने कराया था। नाहरगढ़ किले का नाम भी राजस्थान की भूतिया जगहों में आता है। ऐसा माना जाता है पुनर्स्थापना संगठन के मालिक को अपने घर में रहस्यमय तरीके से मारे जाने के कारण नाहरगढ़ किले को भूतिया कहा जाने लगा।
चांद बावड़ी, बांदीकुई दौसा –
भूत नहीं चढ़ने देते सीढ़ी
दौसा जिले के बांदीकई में आभानेरी गाँव चांद बावड़ी को भी भूतिया जगह में शामिल किया गया है। कहा जाता है इसे भूतों ने एक रात में बनाई थी। इस बावड़ी में 3500 से अधिक सीढ़ियाँ हैं। यहाँ आने वाले कई पर्यटकों ने बहुत कुछ अजीब महसूस किया है। कहते हैं यहाँ का भूत लोगों को सीढियों पर चढ़ने नहीं देता।
बृजराज भवन, कोटा
गार्ड का भूत जड़ देता है थप्पड़।
178 साल पुराने कोटा स्थित बृजराज भवन के बारे में कहा जाता है कि 178 साल पुराना है। इसके बारे में कहा जाता है कि यहां एक अंग्रेज अफसर का भूत भटकता है। ऐसा कहते हैं कि भारतीयों ने 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ईस्ट इंडिया कंपनी के मेनेजर मेजर बर्टन की हत्या की थी। जिसके बाद वर्ष 1980 में इसे धरोहर के रूप में दर्जा दिया गया। मेजर बर्टन के आनुशासित होने का सबूत इस बात से मिलता है कि ड्यूटी के दौरान गार्ड के सोने पर आज भी उनका भूत गाल पर थप्पड़ जड़ देता है।