नई दिल्ली। हरतालिका तीज का Hartalika Teej 2021 Special Coincidence सुहागनों के लिए एक खास महत्व रखता है। इसी के साथ इसके इस पर बन रहा 14 वर्ष बाद का विशेष योग इसकी महत्ता को और अधिक बढ़ा देता है। दिन भर निर्जला व्रत के साथ इस व्रत को किया जाएगा। ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविन्द शास्त्री के अनुसार आइए जानते हैं क्या है वह खास योग।
ये है विशेष योग
ज्योतिष गणना के अनुसार हरतालिका तीज का व्रत इस साल 09 सितंबर को पड़ रहा है। तृतिया तिथि 09 सितंबर की रात 02.34 बजे से शुरू हो रही है। जो 10 सितंबर की रात 12.18 तक रहेगी। इसके Hartalika Teej 2021 Special Coincidence अलावा इसी दिन चित्रा नक्षत्र के साथ—साथ रवि योग भी बन रहा है। पंडितों की माने तो यह योग अत्यंत शुभ और लाभदायी है। इनके अनुसार इस संयोग का निर्माण हरतालिका तीज पर 14 साल बाद बन रहा है। हालांकि तीज के दिन पहले हस्त नक्षत्र और फिर चित्रा नक्षत्र पड़ रहा है। चित्रा नक्षत्र में रवि योग विशेष लाभकारी संयोग होता है।
हरतालिका तीज पर सिंजारा का क्या होता है महत्व
हरतालिका तीज व्रत से जुड़ी कई परम्पराएं हैं जो इसे खास बनाती हैं। सिंजारा भी इसी में से एक है। जिसका अर्थ होता है सुहाग का सामान। सुहागिनों द्वारा हरतालिका तीज का व्रत किए जाने पर उनके ससुराल से सिंजारा यानी कि श्रृंगार का सामान, वस्त्र, आभूषण, मेहंदी, मिठाई मायके से भेजते हैं।
मेहंदी का है अपना महत्व
इस दिन व्रत रखने वाली महिलाएं अपने हाथों में मेहंदी और पैरों में आलता लगाती हैं। इसी के साथ पूर सोलह श्रृंगार करके नए कपड़े पहनती हैं। शाम के समय मां पार्वती की पूजा होती है। इस व्रत में सुहागनें अपनी सास के पैर छूकर उन्हें सुहाग का सामान देती हैं। सास के न होने पर घर के किसी बड़े, जेठानी या किसी भी वृद्धा को सुहाग का सामान देकर उनका आशीर्वाद लिया जा सकता है।
हरतालिका तीज मंत्र
‘उमामहेश्वरसायुज्य सिद्धये हरितालिका व्रतमहं करिष्ये’
कात्यायिनी महामाये महायोगिनीधीश्वरी
नन्द-गोपसुतं देवि पतिं में कुरु ते नम:
गण गौरी शंकरार्धांगि यथा त्वं शंकर प्रिया।
मां कुरु कल्याणी कांत कांता सुदुर्लभाम्।।
हरतालिका तीज के ये हैं उपाय
- दांपत्य जीवन में प्यार बढ़ाने के लिए हरतालिका तीज के दिन छोटा सा उपाय किया जा सकता है। इस दिन पूजन के बाद स्वयं खीर बनाएं। फिर मां पार्वती को इसका भोग लगाएं। पूजा प्रारंभ होने के बाद इस खीर को प्रसाद के रूप में अपने पति को खिलाएं। उपवास खोलने के बाद स्वयं भी ग्रहण करें। ऐसा करना आपके दांपत्य जीवन में प्रेम बढ़ाएगा।
- अपने दांपत्य जीवन को सुखमय बनाने के लिए देवी पार्वती और शिव जी की पूजा के बाद 11 नव—विवाहित महिलाओं को सुहाग का सामान भेंट दें। ध्यान रखें इस पिटारे में सोलह श्रृंगार होने चाहिए। इन नवविवाहितों के अलावा अलावा पांच बुजुर्ग सुहागिनों को भी साड़ी और बिछिया भेंट करें। इसके बाद पति—पत्नि दोनों उनके चरण स्पर्श करें।
- मनचाहा वर पाने के लिए हरतालिका तीज के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें।फिर शिव—पार्वती के मंदिर जाकर लाल रंग का गुलाब चढ़ाएं। भगवान शिव के साथ नंदी को भी शहद चढ़ाएं।
- जो भी महिला हरितालिका तीज के दिन अपने पति से अपनी मांग भरवाती है। पति के ही हाथों से पायल और बिछिया पहनती हैं। उनके जीवन में पति का प्यार बना रहता है।