Hamas Chief Yahya killed: इजरायल के विदेश मंत्री इसराइल काट्ज ने हमास प्रमुख याह्या सिनवार के मारे जाने की पुष्टि की है। साथ ही कहा कि याह्या ने ही 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला करवाया था। बताते हैं यह जानकारी शुरुआती DNA जांच के आधार पर दी गई है। 7 अक्टूबर के हमले में 1,200 इजरायली नागरिकों की मौत हुई थी, जो इजरायल पर अब तक का सबसे बड़ा आतंकवादी हमला बताया गया है। इसके बाद पूरे मध्य पूर्व में तनाव फैल गया था।
Breaking News: हमास को इजरायल ने दिया एक और झटका, गाजा में मारा गया हमास चीफ याह्या सिनवार, इजरायल विदेश मंत्री ने पुष्टि की#YahyaSinwarDeath #IsraelHamasWar #YahyaSinwar #Gaza #Israel #Hamas #BreakingNews pic.twitter.com/JNGDdO2xPM
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) October 17, 2024
‘याह्या सिनवार 7 अक्टूबर के हमले का जिम्मेदार’
काट्ज ने कहा, ‘याह्या सिनवार जो 7 अक्टूबर के हमले का जिम्मेदार था, को आज इजराइली सेना के जवानों ने मार गिराया। आज ही इजरायली सेना ने गाजा में एक अभियान के दौरान तीन और आतंकवादियों को मार गिराने की जानकारी दी थी।
इजरायली अफसर ने क्या कहा था?
गुरुवार को सिनवार की मौत की खबरों ने तब जोर पकड़ा था जब एक वरिष्ठ इजरायली अफसर ने कहा था कि आईडीएफ (IDF) के बुधवार के हमले में मारा गया एक शख्स याह्या सिनवार था जो 7 अक्टूबर को इजरायल में हुए अब तक के बड़े हमले का मास्टरमाइंड था।
सिनवार की मौत की पुष्टि के लिए हुआ DNA
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सिनवार की मौत की जांच के लिए DNA टेस्ट किया गया। थोड़ी देर में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन, सिनवार की मौत पर बयान देने वाले हैं।
इससे पहले भी सिनवार को मारने के लिए इजरायल ने कई कोशिशें की थीं। हालांकि, उसे नाकामयाबी ही हाथ लगी थी। उसकी मौत को लेकर पहले भी दावे हुए थे। 23 सितंबर को भी सिनवार की मौत का दावा किया गया था।
ये भी पढ़ें: India Canada Dispute: कनाडा क्यों छिपा रहा खालिस्तानी आतंकी निज्जर के गुनाह, क्या है पूरी वजह…?
कौन है याह्या सिनवार?
इजरायल पर 7 अक्टूबर को हुए हमलों के पीछे का मास्टरमाइंड याह्या सिनवार इस साल अगस्त में हमास प्रमुख बना था। जब हमास चीफ इस्माइल हनीया की ईरान में एक विस्फोट में हत्या कर दी गई थी। 1962 में जन्मे सिनवार, हमास के संस्थापक सदस्यों में से एक था। हमास का गठन 1987 में हुआ था।
सिनावर ने हमास की सुरक्षा शाखा का नेतृत्व किया, जिसने संगठन से इजरायली जासूसों को बाहर निकालने का काम किया। उसे 1980 के दशक के अंत में इजरायल द्वारा गिरफ्तार किया गया था। जहां सिनवार ने 12 संदिग्ध सहयोगियों की हत्या करने की बात स्वीकार की थी, जिसके बाद उसे “खान यूनिस का कसाई” कहा जाने लगा था। बाद में सिनवार को उसके अपराधों के लिए चार उम्र कैद की सजा सुनाई गई, जिसमें 2 इजरायली कर्मियों की हत्या भी शामिल थी।
ये भी पढ़ें: ईडी ने बॉलीवुड अभिनेत्री तमन्ना भाटिया से की पूछताछ: एक्ट्रेस की इस गलती की वजह से महादेव सट्टा में आ गया नाम