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MP: ग्वालियर में गेहूं में कीड़े मारने की दवा से फैली जहरीली गैस, नाबालिग छाया की मौत, 4 साल के भाई ने पहले तोड़ा था दम

Gwalior Pesticide Gas Incident: ग्वालियर में गेहूं में कीटनाशक दवा से फैली जहरीली गैस ने दो बच्चों की जान ली, मां-पिता अस्पताल में भर्ती, पुलिस जांच जारी।

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Wasif Khan
MP: ग्वालियर में गेहूं में कीड़े मारने की दवा से फैली जहरीली गैस, नाबालिग छाया की मौत, 4 साल के भाई ने पहले तोड़ा था दम

हाइलाइट्स

  • गेहूं में दवा से फैली जहरीली गैस, दो की मौत

  • नाबालिग छाया ने अस्पताल में तोड़ा दम

  • मां-पिता की हालत नाजुक, जांच जारी

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Gwalior Pesticide Gas Incident: मध्यप्रदेश के ग्वालियर में गेहूं में कीड़े मारने की दवा (Pesticide) के छिड़काव से फैली जहरीली गैस ने एक और मासूम की जान ले ली। सोमवार (03 नवंबर) को चार साल के वैभव की मौत के बाद मंगलवार (04 नवंबर) को उसकी 15 साल की बहन छाया शर्मा ने भी अस्पताल में दम तोड़ दिया। मां रजनी और पिता सत्येन्द्र शर्मा अब भी गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। यह घटना पिंटो पार्क क्षेत्र के सेनापति गार्डन इलाके की है, जहां मकान मालिक द्वारा गेहूं में कीटनाशक दवा का छिड़काव किया गया था।

https://twitter.com/BansalNews_/status/1985590029440495868

मकान मालिक ने गेहूं में कीटनाशक छिड़का, परिवार बेहोश हुआ

जानकारी के अनुसार, मकान मालिक श्रीकृष्ण यादव ने अपने घर के पोर्च में रखे गेहूं को घुन से बचाने के लिए सल्फास (Sulphas) से बनी कीटनाशक दवा का छिड़काव किया था। दवा छिड़कने के बाद उन्होंने घर के दरवाजे और खिड़कियां बंद कर दीं। कुछ ही समय बाद इस जहरीली गैस का असर पास के कमरों में रहने वाले किरायेदार सत्येन्द्र शर्मा के परिवार पर हुआ। घर के सभी सदस्य बेहोश हो गए। मकान मालिक जब नीचे आया तो उसने घर में तेज बदबू महसूस की और देखा कि परिवार के चारों सदस्य अचेत अवस्था में पड़े हैं। पड़ोसियों की मदद से सभी को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने चार साल के वैभव को मृत घोषित कर दिया।

[caption id="attachment_925726" align="alignnone" width="1219"]publive-image श्रीकृष्ण यादव पत्नी और बच्चे के साथ।[/caption]

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छाया ने अस्पताल में तोड़ा दम, मां और पिता की हालत नाजुक

अस्पताल में भर्ती 15 वर्षीय छाया की हालत भी गंभीर बनी हुई थी। इलाज के दौरान मंगलवार को उसने भी दम तोड़ दिया। डॉक्टरों ने बताया कि जहरीली गैस के लंबे समय तक संपर्क में रहने से उसकी सांसें रुक गईं। मां रजनी और पिता सत्येन्द्र की हालत भी गंभीर बताई जा रही है और उनका इलाज ग्वालियर के एक निजी अस्पताल में जारी है।

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फॉरेंसिक टीम ने किया निरीक्षण

घटना की जानकारी मिलते ही फॉरेंसिक एक्सपर्ट अखिलेश भार्गव की टीम मौके पर पहुंची और पूरे घर का निरीक्षण किया। पुलिस ने मकान मालिक श्रीकृष्ण यादव से पूछताछ शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पता चला कि सल्फास पाउडर से बनी दवा अत्यधिक जहरीली थी और घर बंद होने के कारण उसका असर तेजी से फैला। पुलिस ने बच्चों के शवों को निगरानी में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है और मामले की जांच शुरू कर दी है।

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तीसरी मंजिल पर मिला मासूम का शव, जैसे नींद में सोया हो

पड़ोसियों ने बताया कि जब परिवार के तीन सदस्यों को अस्पताल भेजा गया, तो वे बच्चे की तलाश में तीसरी मंजिल पर पहुंचे। वहां वैभव चादर में लिपटा पड़ा मिला, जैसे गहरी नींद में हो। उसे भी तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

[caption id="attachment_925727" align="alignnone" width="1110"]publive-image वैभव[/caption]

बहुत मन्नतों से हुआ था बेटे का जन्म

स्थानीय लोगों ने बताया कि 46 वर्षीय सत्येन्द्र शर्मा को पांच बेटियों के बाद कई वर्षों की मन्नतों के बाद बेटा वैभव हुआ था। उनका यह इकलौता बेटा था। परिवार में पहले ही दो बेटियों की बचपन में मौत हो चुकी है। सत्येन्द्र की दो बड़ी बेटियां भारती और दीपा की शादी हो चुकी है, जबकि सबसे छोटी बेटी छाया परिवार के साथ रहती थी।

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FAQs

1: ग्वालियर में यह हादसा कैसे हुआ?
यह घटना तब हुई जब मकान मालिक ने अपने घर के पोर्च में रखे गेहूं में सल्फास (Sulphas) नामक कीटनाशक का छिड़काव किया। छिड़काव के बाद घर के दरवाजे बंद कर दिए गए, जिससे जहरीली गैस फैल गई। पास के कमरों में रह रहे किरायेदार परिवार इस गैस की चपेट में आ गए, जिससे चार साल के वैभव और उसकी बहन छाया की मौत हो गई।

2: इस हादसे में कितने लोग प्रभावित हुए?
इस दर्दनाक हादसे में कुल चार लोग प्रभावित हुए। चार साल के वैभव और 15 साल की छाया की मौत हो गई, जबकि उनकी मां रजनी और पिता सत्येन्द्र गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। डॉक्टरों के अनुसार, दोनों की स्थिति अभी नाजुक बनी हुई है।

3: पुलिस और फॉरेंसिक विभाग की जांच में क्या सामने आया?
फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से सल्फास पाउडर और कीटनाशक के सैंपल जब्त किए हैं। प्रारंभिक जांच में पुष्टि हुई है कि घर बंद होने के कारण जहरीली गैस का असर तेजी से बढ़ा। पुलिस ने मकान मालिक से पूछताछ शुरू कर दी है और घटना की पूरी साख जांच की जा रही है।

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