ग्वालियर।Ram Mandir Ayodhya. 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Ayodhya) होगी। ग्वालियर के रहने वाले राकेश गु्प्ता के लिए 22 जनवरी का दिन बहुत बड़ा दिन होगा। राकेश गुप्ता 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम (Ram Mandir Ayodhya) में शामिल होना चाहते हैं।
31 साल बाद दर्शन की आस!
राकेश गुप्ता ने राम मंदिर (Ram Mandir Ayodhya) से जुड़ा 31 साल पुराना किस्सा भी शेयर किया। उन्होंने बताया कि साल 1992 में वो अपनी शादी के 15 दिन बाद ही अयोध्या (Ram Mandir Ayodhya) के लिए रवाना हुए थे। करीब ढाई सौ किलोमीटर पैदल राकेश अयोध्या पहुंचे थे।
उन्होंने बताया कि यहां जमकर गोलीबारी हो रही थी। एक गोली मेरे कंधे से होकर निकल गई और अयोध्या पहुंचे तो वहां पुलिस ने हम पर लाठीचार्ज किया।
घरवालों को लगा बलिदान हो गया
दो महीने तक राकेश गु्प्ता अयोध्या (Ram Mandir Ayodhya) में ही रहे। इस दौरान उनके परिवार वाले ये मान बैठे थे कि अयोध्या में उनका बलिदान हो गया है। राकेश का कहना है कि वो 1992 में विवादित ढांचा गिराने में शामिल हुए थे। इन दो महीनों को याद करते हुए उनका परिवार बताता है कि- हमारे पास खबर आई कि गुप्ता जी को सरजू नदी में बहा दिया गया है।
जब जेल से आई फोटो
परिवार के मुताबिक दो महीने बाद जेल की एक फोटो आई जिसमें राकेश गुप्ता की दाढ़ी बड़ी हुई थी, तब जाकर परिवार ने राहत की सांस ली। उनकी पत्नी का कहना है कि- भगवान के काम के लिए गए जो होगा उससे समझौता नहीं करेंगे। आज मेरे पति को हर जगह सम्मान मिल रहा है। जिससे हम गौरवान्वित हैं।
एक बार फिर अयोध्या जाने की इच्छा
खबर के मुताबिक पुलिस के लाठीचार्ज की वजह से उनकी एक हट्टी टूट गई थी। हाल ही में राकेश गुप्ता को ब्रेन हेमरेज भी हुआ था। इन सबके बावजूद एक बार फिर उनका मन रामलला के दर्शन (Ram Mandir Ayodhya) करने का है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम (Ram Mandir Ayodhya) में शामिल होकर राकेश रामलला के दर्शन करना चाहते हैं।
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