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गंभीर अपराधों में संलिप्त हैं सभी बाल अपराधी
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निगरानी के लिए केवल दो पहरेदार
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कर्मचारी को धक्का दिया और भाग निकले
ग्वालियर। Gwalior News: गंभीर अपराधों में संलिप्त छह बाल अपराधी फरार हो गए हैं। ये ग्वालियर में बाल संप्रेक्षण गृह में थे।
जहां से सुबह जब बाल अपराधियों को नहाने के लिए गरम पानी दिया जा रहा था, तभी कर्मचारी गरम पानी से भरे बर्तन पकड़कर खड़ा था। तभी बाल अपचारी कर्मचारी को धक्का देकर गिराया और भाग निकले।
बता दें छह में से तीन बाल अपराधी बेटी बचाओ चौराहे पर हुई 16 वर्षीय छात्रा अक्षया यादव सनसनीखेज हत्या में नामजद हैं। इन (Gwalior News) बाल अपराधियों के भागने के बाद हत्याकांड की मुख्य गवाह के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
क्योंकि लगातार गवाह को बयान बदलने के लिए धमकाया भी जा रहा था।
तीन दिन पहले की थी प्लानिंग
(Gwalior News) बाल सम्प्रेक्षण गृह से छह अपराधियों इनमें चार हत्या के आरोपी के भागने की पटकथा पहले ही लिख दी गई थी। तीन दिन पहले पुरानी छावनी से पकड़ा गया एक शातिर नाबालिग बदमाश बाल सम्प्रेक्षण गृह में आया था।
जिसके बाद 22 जनवरी की शाम को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव मनाया गया, तब सभी(Gwalior News) बाल अपराधियों को बाहर मैदान में लाया गया था।
इसी समय उन्होंने भागने के लिए दीवार का चयन कर लिया था। पुरानी छावनी से पकड़ा गया बदमाश बेहद शातिर हैं।
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पुलिस को दी सूचना
सिटी सेंटर स्थित (Gwalior News) बाल संप्रेक्षण गृह में गुरुवार सुबह करीब 9 बजे नहाने के लिए गरम पानी दिया जा रहा था। तभी यहां पर छह बाल अपराधी आए।
तभी कर्मचारी कुछ समझता उससे पहले उन्होंने कर्मचारी को धक्का देकर गिरा दिया और भाग निकले। पहले तो स्टाफ ने ही बाहर ढूंढा, जब ये नहीं मिले तो तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी गई।
इस घटना के बाद पूरे शहर में नाकाबंदी कर दी गई, क्योंकि इसमें नामजद तीन आरोपी सनसनीखेज मामलों में नामजद हैं।
फोन भी इस्तेमाल करते थे अपचारी
(Gwalior News) बाल संप्रेक्षण गृह से भागे बाल अपराधियों की घटना के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
इधर छात्रा अक्षया के हत्याकांड की मुख्य गवाह के परिजनों ने भी बड़ा आरोप लगाया है। गवाह के परिजनों का आरोप है कि बाल संप्रेक्षण गृह के अंदर यह लोग फोन का भी इस्तेमाल कर रहे थे, फिर भी लापरवाही बरती गई।
बता दें इस मामले में लापरवाही बरतने वालों पर बड़ी कार्रवाई भी हो सकती है।
बाल संप्रेक्षण गृह पर उठे सवाल
बताया जा रहा है कि जिस तरह यह लोग भागे हैं, उससे स्पष्ट है कि उन्होंने पहले पूरी प्लानिंग बनाई थी। इसके बाद वे पूरी प्लानिंग के साथ फरार हुए। यह सभी (Gwalior News) बाल अपराधी साथ में ही रहते थे।
अब बाल संप्रेक्षण गृह की सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। इस घटना के बाद एसएसपी ने तीन थानों की फोर्स बाल अपराधियों की तलाश में लगाई है।
सीसीटीवी में देखी हरकतें
पुलिस ने (Gwalior News) बाल सम्प्रेक्षण गृह के सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो तीन दिन से इन सभी के हाव भाव में एक बदलाव दिखा। इनको जब भी बाहर लाया जाता था, तब यह मैनगेट के पास वाली दीवार के पास ही दिखाई दे रहे थे।
बाउंड्री वॉल पर पूरे एरिया में कांच के टुकड़े लगे हैं, लेकिन जहां से आरोपी भागे वहीं दीवार सपाट है।
इसके बाद गुरुवार सुबह 9 बजे जब उनको घुमाने के लिए बाहर लाया गया तो उन्होंने अपनी योजना को अंजाम दिया और भाग गए। (Gwalior News) बाल अपराधी की ये प्लानिंग की घटना सीसीटीवी में कैद हो गई।
एक ही रूम में रहते थे सभी आरोपी
(Gwalior News) बाल सम्प्रेक्षण गृह में सिर्फ दो रूम हैं। इस समय वहां 12 बाल अपराधी (आरोपी) थे, जिनमें से एक-एक रूम में छह आरोपी रहते थे। भागने वाले सभी आरोपी एक ही रूम में रहते थे।
तीन दिन पहले तक उनकी संख्या पांच थी, लेकिन तीन दिन पहले पुरानी छावनी का शातिर बदमाश 17 वर्षीय उनके साथ में आया था। वह बेहद शातिर है। बड़ी कठिनाई से पुलिस उसे पकड़ सकी थी।
उस पर हत्या के प्रयास, अवैध वसूली, आर्म्स एक्ट के चार से पांच मामले दर्ज हैं। उसके आने के बाद शेष पांचों आरोपियों के हाव भाव बदल गए थे।
बताया जा रहा है कि उसने ही मास्टरमाइंड बनकर आरोपियों को भगाने में अहम भूमिका निभाई है।
जमानत आवेदन हो रहे थे खारिज
बता दें कि पूर्व डीजीपी सुरेन्द्र यादव की भतीजी की हत्या (अक्षया हत्याकांड) के तीन आरोपी भी बेहद शातिर और पेशेवर हैं। कोचिंग से लौटते समय उन्होंने छात्रा की बीच बाजार गोली मारकर हत्या कर दी थी।
यह तीनों आरोपी लगातार कोर्ट में जमानत के लिए आवेदन कर रहे हैं। बता दें अक्षया की सहेली जिसे यह टारगेट कर आए थे, वह इनसे जान को खतरा बता चुकी है।
जिस कारण बार-बार इनके जमानत के आवेदन खारिज हो जाते हैं। करीब छह से सात बार जमानत आवेदन खारिज होने पर यह किसी भी तरह बाहर निकलना चाहते थे।
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गंभीर अपचारी की सुरक्षा में सिर्फ दो पहरेदार
(Gwalior News) बाल सम्प्रेक्षण गृह में कुल 12 अपचारी (आरोपी) थे। जिन पर नजर रखने के लिए 16 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। इसके अलावा इन आरोपियों की निगरानी के लिए केवल दो पहरेदार हैं।
एक निहत्था होमगार्ड जवान और दूसरा रसोइया था। ऐसे में आरोपियों के (Gwalior News) बाल सम्प्रेक्षण गृह से भागने में अपने आप में एक बड़ी लापरवाही व चूक सामने आ रही है।
इस मामले में अधीक्षक पवन तिवारी का कहना है कि इस पूरे मामले की हम जांच करेंगे।
तलाश की जा रही है
डीएसपी क्राइम ने जानकारी दी है कि सभी छह (Gwalior News) बाल अपराधियों के भागने का मामला थाटीपुर थाना में दर्ज किया गया है। आरोपियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा।
उनकी तलाश की जा रही है। उनके घरों व रिश्तेदारों के यहां निगरानी बढ़ा दी है।