हाइलाइट्स
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बेटों की बेरुखी से टूटी मां ने की आत्महत्या
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मृतका के पति ने बेटों पर लगाया आरोप
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पोती से था प्यार, बेटों की बेरुखी से थी दुखी
Gwalior News: मध्यप्रदेश ग्वालियर से बड़ा ही शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है, जहां 65 साल की एक बूढ़ी मां ने अपने ही 2 बेटों की बेरुखी के चलते अपनी जान दे दी।
बता दें कि बूढ़ी मां ने मंगलवार की सुबह केरोसिन डालकर आत्मदाह कर लिया था। ऐसा करने के पीछे की वजह बेटों की बेरुखी थी।
उम्र के इस पड़ाव में जहां बेटों को अपनी बूढ़ी मां की बुढ़ापे की लाठी बनना था, वहीं बेटों ने ऐसा न करते हुए अपनी-अपनी पर थे।
अपने अलग परिवार के साथ रह रहे थे। इतना ही नहीं अपनी मां से नाता रखना भी छोड़ दिया था।
जबकि बुजुर्ग महिला ने पाई-पाई जोड़कर अपनी पोती (छोटे बेटे की बेटी) को एक सोने की अंगूठी लेकर दी थी।
जब 2 दिन पहले छोटा बेटा अंगूठी को वापस करके चला गया तो इससे मां को बहुत ठेस पहुंची।
बेटे की नाराजगी से टूट गई मां
क्योंकि बेटा अपनी बुजुर्ग मां की भावनाओं को न समझते हुए नाराज होकर गया। बेटे के ऐसे व्यवहार को देख बुजुर्ग मां टूट गई थी।
इसी कारण से उसने ये आत्मघाती कदम उठा लिया। हद तो तब हो गई कि जब बुजुर्ग पति के पास पत्नी का शव घर ले जाने के लिए रुपए भी नहीं थे। पुलिस ने वाहन की व्यवस्था की।
मामले को ऐसे समझें
ग्वालियर (Gwalior News) शहर के थाना क्षेत्र शीतला गली घासमण्डी में रहने वाली 65 साल की सोमवती राठौर पत्नी श्याम किशोर राठौर ने मंगलवार की सुबह करीब सवा 5 बजे अपने कमरे में खुद को बंद करके केरोसिन डालकर आग लगा ली थी।
जैसे ही कमरे से धुआं निकला तो घटना का पता लगा। कमरे से धुआं देख श्याम किशोर ने दरवाजा तोड़ा। जैसे ही अंदर पहुंचे तो देखा कि उनकी पत्नी आग से झुलस चुकी थी।
उन्होंने तत्काल शोर मचाया और आग बुझाई। मामले की जानकारी मिलते ही (Gwalior News) पुलिस मौके पर पहुंची। जांच के बाद मर्ग कायम कर लिया है।
ऐसा बताया जा रहा है कि महिला और उसका पति यहां पर अकेले रहते थे, जबकि बच्चे दूसरे मकान में रहते थे। अब पुलिस पता लगा रही है कि महिला ने ऐसा किस कारण से किया।
मृतका के पति ने बेटों पर लगाया आरोप
आपको बता दें कि मृतका सोमवती के 2 बेटे हैं। दोनों ही बेटे अपने-अपने परिवार के साथ शहर में ही अलग-अलग रहते हैं। दोनों ही बेटे बिजनेस करते हैं।
दोनों बेटों को मां के देहांत की बात पुलिस ने बताई और आगे का फर्ज निभाने के लिए बुलाया।
जैसे ही दोनों बेटे पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे तो यहां उनके पिता श्याम किशोर राठौर ने उन पर आरोप लगाते हुए कहा कि इनकी वजह से ही सोमवती ने ये कदम उठाया है। न तुम गलत व्यवहार करते न यह दिन देखने को मिलता। इस पर दोनों बेटे वहां से चले गए।
पंचनामा पर साइन करने के लिए 5 गवाह तक नहीं मिले
बेटों के लौट जानें के बाद पुलिस को पोस्टमार्टम के लिए पंचनामा भरने के लिए 5 गवाह भी नहीं मिल रहे थे।
परिजन के नाम पर सिर्फ सोमवती के शव के साथ उसका पति श्याम राठौर था, जो किवृद्ध अवस्था में पत्नी के शोक में होश-आभाष में नहीं था।
जैसे-तैसे किसी तरह पुलिस ने पंचनामा भरवा कर पोस्टमार्टम करवाया है और शव का अंतिम संस्कार किया।
शव वाहिका से शव ले जाने तक के नहीं थे पैसे
जैसे ही सोमवती का शव का पोस्टमार्टम हो गया तो पुलिस ने शव को छुड़वाने के लिए शव वाहिका बुला ली।
हैरानी की बात तो ये कि बुजुर्ग पति की स्थिति इतनी खराब थी कि पत्नी का शव ले जाने के लिए रुपए तक नहीं थे।
हालांकि इससे पहले बुजुर्ग ने बेटे से कहा था कि मेरे पास पैसे नहीं हैं, लेकिन दोनों में से किसी बेटे ने रुपए नहीं दिए।
इसके बाद पुलिस ने ही शव घर तक पहुंचाने और अंतिम संस्कार की व्यवस्था की है।
पोती से था प्यार, बेटों की बेरुखी से थी दुखी
सोमवती ने अपनी आर्थिक हालात खराब होते हुए भी पाई-पाई जोड़कर एक सोने की अंगूठी खरीदी थी।
जो कि अपनी छोटे बेटे की बेटी (पोती) को दी थी। दो दिन पहले ही बेटा यह अंगूठी फेंक कर चला गया था।
साथ ही लड़ते हुए सारे रिश्ते तोड़कर चला गया था। इससे बूढ़ी मां बेहद दुखी थी।
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