ग्वालियर। सम्राट मिहिर भोज प्रतिमा विवाद को लेकर हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच में सुनवाई हुई। दो जजों की बेंच ने कहा कि, राजा की कोई जति नहीं होती है, दोनों समाज मिलकर इसका निराकरण करें, नहीं तो फिर कोर्ट इस पर फैसला करेगा।
हाईकोर्ट ने दोनों समाज के प्रतिनीधियों को एक साथ बैठ कर आपस में मामला सुलझाने के लिए संभागीय आयुक्त को आदेश जारी किया है। वहीं अब इस मामले पर फरवरी के लास्ट सप्ताह में सुनवाई हो सकती है।
बता दें कि ग्वालियर में सम्राट मिहिर भोज प्रतिमा को लेकर पिछले दो साल से विवाद चल रहा है। जिसके चलते अभी तक प्रतिमा टीन शेड में कैद है। सम्राट मिहिर भोज प्रतिमा की मुद्दे का लेकर गुर्जर समाज ने 25 सिंतबर 2023 को ग्वालियर-चंबल संभाग में जमकर बवाल किया था।
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याचिका में कही ये बात
बता दें कि, अरुनोदय सिंह परिहार ने यह कहते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की है कि वे सम्राट मिहिर भोज के वंशज हैं। सम्राट मिहिर भोज राजपूत थे और उनके सामने गुर्जर न लगाया जाए।
क्षत्रिय महासभा ने गत दिवस हुए हंगामा की जानकारी देते हुए कहा कि माहौल बिगाडऩे की कोशिश हो रही है। कोर्ट ने नाराजगी जजाते हुए कहा कि यदि आदेश का उल्लंघन हुआ है तो अवमानना याचिका दायर करें।
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