Gwalior News: मध्यप्रदेश के ग्वालियर में बेटी की लव मैरिज से दुखी पिता ने सुसाइड कर लिया। सुसाइड नोट में पिता ने मार्मिक दर्द बयां किया है। बेटियों के बालिग होने का कानून, वकील और समाज की दिशा पर सवाल उठाए हैं। यह भी लिखा- जब आर्य समाज की शादी मान्य नहीं होती है तो कोर्ट कैसे बालिका को उसके प्रेमी के साथ भेज सकता है?
अब बता दें, ऋषिराज उर्फ संजू जायसवाल ने बुधवार की रात खुद को अपनी लाइसेंस राइफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। जैसे की फायरिंग की आवाज सुनाई दी, तो परिवार के लोग बेडरूम में पहुंचे, जहां वे खून से सने हुए पाए गए। गोली उनकी कनपटी पर लगी थी।
बेटी 15 दिन पहले चली गई थी पड़ोस के युवक के साथ
यह घटना बुधवार की रात को हुई। एएसपी कृष्ण लालचंदानी ने जानकारी दी कि ऋषिराज उर्फ संजू जायसवाल की बेटी 15 दिन पहले पड़ोस के एक युवक के साथ चली गई थी। पुलिस ने उसे इंदौर से खोज निकाला, जहां उसने उस युवक से विवाह कर लिया था। तीन दिन पहले अदालत में सुनवाई के दौरान, बेटी ने अपने पति के समर्थन में बयान दिया और फिर उसी के साथ चली गई।
व्यापारी ने अपनी बेटी के आधार कार्ड के प्रिंट पर एक आत्महत्या नोट लिखा है। नोट में लिखा है, “हर्षिता, तुमने गलत किया बेटा, मैं जा रहा हूं।” पुलिस अब मृतक के मोबाइल फोन की जांच कर रही है।
सुसाइड नोट में पिता ने बयां किया दर्द
पूरा परिवार बर्बाद हो गया है, मृतक व्यापारी का आत्महत्या नोट सामने आया है, जिसे उसने अपनी बेटी हर्षिता के आधार कार्ड के प्रिंट पर लिखा। इस नोट में वह अपनी बेटी के प्रेम विवाह से दुखी होने की बात कर रहा है। ऋषिराज जायसवाल ने सुसाइड नोट में उल्लेख किया है कि वह आनंद और अपनी बेटी हर्षिता को मार सकता था, लेकिन वह अपनी बेटी को कैसे नुकसान पहुंचा सकता है।
भारत का संविधान भी गलत है, क्योंकि यह लड़कियों के वयस्क होने पर पिता से उसके सभी अधिकार छीन लेता है। इसके साथ ही उसने यह भी लिखा है कि वे वकील, जो कुछ पैसों के लिए एक परिवार को बर्बाद कर देते हैं, उनकी भी बेटियां होती हैं। वे एक पिता के दर्द के बारे में नहीं सोचते। एक पूरा परिवार बर्बाद हो गया है और समाज में कुछ भी शेष नहीं रहा।
रेनू, कृपया पूर्वक का ध्यान रखना। हर्षिता, तुम्हारा यह कार्य उचित नहीं था। मैं पुनः कहता हूं कि आर्य समाज की शादी को मान्यता नहीं दी जाती, तो अदालत बालिका को उसके प्रेमी के साथ कैसे भेज सकती है। इससे हमारा पूरा परिवार बर्बाद हो गया है।

रात करीब 1 बजे फायर किया
रात लगभग 1 बजे ऋषिराज ने फायर किया। वे भैरो बाबा मंदिर के निकट रहते थे और नाका चन्द्रबदनी पर बाबू मेडिकल स्टोर के नाम से दुकान चलाते थे। उनके दो बच्चे हैं, एक बेटा और एक बेटी। बुधवार रात, खाना खाने के बाद ऋषिराज अपने कमरे में चले गए। रात करीब 1 बजे उन्होंने अलमारी से राइफल निकाली और उसे कनपटी पर रखकर फायर कर दिया।
परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। झांसी रोड थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच प्रारंभ की। गुरुवार सुबह फोरेंसिक विशेषज्ञों ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की।
बेटी के कारण व्यापारी डिप्रेशन में था
जानकारी के अनुसार, लगभग 15 दिन पहले ऋषिराज की बेटी हर्षिता घर से गायब हो गई थी। इसके बारे में परिजनों ने झांसी रोड थाना पुलिस को सूचित किया। बाद में यह पता चला कि पड़ोसी आनंद प्रजापति ने उसे अपने साथ ले लिया है।
पुलिस और परिजनों के दबाव के बाद हर्षिता वापस लौट आई, लेकिन उसने आनंद से विवाह कर लिया था। इस स्थिति में वह अपने मामा-मामी के घर रह रही थी। युवती के पति ने कोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की। तीन दिन पहले हर्षिता ने कोर्ट में अपने पति के पक्ष में बयान दिया, जिसके बाद कोर्ट ने उसे पति के साथ जाने की अनुमति दे दी।
पड़ोसियों के अनुसार, ऋषिराज अपनी बेटी के इस निर्णय के बाद से मानसिक तनाव में थे। पुलिस भी इसे आत्महत्या का मुख्य कारण मान रही है।
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व्यापारी के परिजन ने पड़ोसी के पिता को पीटा
व्यापारी ऋषिराज जायसवाल के आत्महत्या के बाद उनके परिजनों में भारी आक्रोश उत्पन्न हो गया। उन्होंने पड़ोसी आनंद प्रजापति के पिता को उनके घर से बाहर खींचकर सड़क पर लाया और वहां उन्हें तब तक पीटा जब तक वह बेहोश नहीं हो गए। कुछ स्थानीय निवासियों ने हस्तक्षेप किया और बेहोश पड़े पड़ोसी को अस्पताल पहुंचाने में मदद की।
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