Gwalior-Bhopal Intercity Train: ग्वालियर संभाग के रेल यात्रियों के लिए एक शानदार खबर आई है। अब ग्वालियर से भोपाल जाने वाली इंटर सिटी एक्सप्रेस (12198-12197) ट्रेन रोजाना दिन चलेगी। ग्वालियर चंबल क्षेत्र के लोग इस सुविधा की लंबे समय से मांग कर रहे थे, और नवरात्रि के मौके पर यह मांग पूरी हो गई है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से इस ट्रेन को 5 दिन की बजाय 7 दिन चलाने की मांग की थी।
सिधिंया ने जुलाई 2024 में रेल मंत्री को लिखा था पत्र
असल में, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जुलाई 2024 में रेल मंत्री को एक पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि ग्वालियर-भोपाल इंटरसिटी ट्रेन को रोजाना चलाया जाए। उनकी इस मांग को रेल मंत्रालय और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने स्वीकार कर लिया है।
ग्वालियर-भोपाल इंटरसिटी अब हर दिन चलेगी
अब ग्वालियर से भोपाल के बीच चलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस (12198/97) सप्ताह में सातों दिन चलेगी। अभी तक यह ट्रेन केवल पांच दिन ही चलती थी, लेकिन अब यह ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के यात्रियों के लिए रोजाना उपलब्ध रहेगी। इस फैसले से भोपाल के लिए सीधी कनेक्टिविटी बेहतर होगी, यात्रा के अधिक विकल्प मिलेंगे और लोगों का आवागमन और भी आसान हो जाएगा।
सिंधिया ने X पोस्ट पर साझा की जानकारी
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर यह जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा- “अब सप्ताह में सातों दिन चलेगी ग्वालियर-भोपाल इंटरसिटी। मेरे अनुरोध पर इस ट्रेन को रोजाना चलाने की मंजूरी देना रेल मंत्रालय का स्वागत योग्य निर्णय है। ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के यात्रियों को अब भोपाल तक सभी दिन आरामदायक यात्रा की सुविधा मिलेगी। इस सौगात के लिए मैं केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का हृदय से धन्यवाद करता हूं।”
कूनो टाइगर रिजर्व: चीतों को पिलाया पानी, नौकरी से धोना पड़ा हाथ, वीडियो सामने आने के बाद DFO ने की कार्रवाई
Kuno Tiger Reserve Video Update: मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में एक चीता मित्र को चीतों को पानी पिलाना भारी पड़ गया। यह वन विभाग में ड्राइवर है। चीतों को पानी पिलाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद DFO (डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर) ने कार्रवाई करते हुए उसे नौकरी से हटा दिया है। इस वीडियो वायरल होने के बाद विभाग ने इसे नियमों के उल्लंघन के रूप में देखा और तुरंत कार्रवाई करते हुए युवक को नौकरी से निकाल दिया। DFO (डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर) ने इसकी पुष्टि की है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…